एमजेएसए मीटिंग - उदयपुर। मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान 2.2 के तहत कार्यों के अनुमोदन के लिए आयोजित बैठक।

300 गांवों में बनेंगी 11005 जल संरचनाएं अतिरिक्त मुख्य अभियंता एवं पदेन परियोजना प्रबंधक वाटरशेड विभाग अतुल जैन ने बताया कि द्वितीय चरण में अनुमोदित कार्यों के तहत जिले की 14 पंचायत समितियों के 300 गांवों में कुल 11 हजार 5 संरचनाएं तैयार की जाएंगी। इसमें भीण्डर ब्लॉक की तीन ग्राम पंचायतों के 35 गांवों में 21 करोड़ 88 लाख रुपयों की लागत के कुल 1 हजार 55 कार्य, कोटडा ब्लॉक अंतर्गत 8 ग्राम पंचायतों के 18 गांवों में 37 करोड़ 46 लाख रुपए की लागत के कुल 742 कार्य, कुराबड़ ब्लॉक की 9 ग्राम पंचायतों...

एमजेएसए मीटिंग - उदयपुर। मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान 2.2 के तहत कार्यों के अनुमोदन के लिए आयोजित बैठक।

उदयपुर, 16 अप्रेल। बहुमूल्य भू-जल संरक्षण को बढ़ावा देने की राज्य सरकार की महत्ती योजना मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान 2.2 के द्वितीय चरण के अंतर्गत जिले में करवाए जाने वाले कार्यों के अनुमोदन हेतु जिला परिषद सभागार में मंगलवार को जिला कलेक्टर के निर्देशन में एवं जिला परिषद सीईओ रिया डाबी के सानिध्य में जिला स्तरीय समिति की बैठक आयोजित हुई। बैठक में जिले के 14 ब्लॉक की 114 ग्राम पंचायतों के 300 गावों में करवाए जाने वाले कार्यों का विभागवार, मदवार एवं ब्लॉकवार विवरण का प्रेजेंटेशन दिया गया, साथ ही मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान 2.2 द्वितीय चरण की क्रियान्विति हेतु कार्य योजना का जिला स्तरीय समिति द्वारा सर्वसम्मति से अनुमोदन किया गया।


300 गांवों में बनेंगी 11005 जल संरचनाएं
अतिरिक्त मुख्य अभियंता एवं पदेन परियोजना प्रबंधक वाटरशेड विभाग अतुल जैन ने बताया कि द्वितीय चरण में अनुमोदित कार्यों के तहत जिले की 14 पंचायत समितियों के 300 गांवों में कुल 11 हजार 5 संरचनाएं तैयार की जाएंगी।

इसमें भीण्डर ब्लॉक की तीन ग्राम पंचायतों के 35 गांवों में 21 करोड़ 88 लाख रुपयों की लागत के कुल 1 हजार 55 कार्य, कोटडा ब्लॉक अंतर्गत 8 ग्राम पंचायतों के 18 गांवों में 37 करोड़ 46 लाख रुपए की लागत के कुल 742 कार्य, कुराबड़ ब्लॉक की 9 ग्राम पंचायतों के 16 गांव में 18 करोड़ 76 लाख की लागत के 697 कार्य, नयागांव ब्लॉक की 11 पंचायतों के 28 गांवों में 16 करोड़ 78 लाख की लागत के 763 कार्यों का अनुमोदन हुआ।

इसी प्रकार ऋषभदेव ब्लॉक की 7 ग्राम पंचायतों के 18 गांवों में 21 करोड़ 23 लाख रुपए की लागत के कुल 1 हजार 420 कार्य, वल्लभनगर ब्लॉक की 8 ग्राम पंचायतों के 23 गांवों में 19 करोड़ 85 लाख रुपए की लागत के 814 कार्य, सायरा ब्लॉक की 5 ग्राम पंचायतों के 18 गांवों में 25 करोड़ 83 लाख रुपए की लागत के 844 कार्य, फलासिया ब्लॉक की 8 ग्राम पंचायतों के 21 गांवों में 27 करोड़ 7 लाख की लागत के 709 कार्य, झाडोल ब्लॉक की 13 ग्राम पंचायतों के अंतर्गत 30 गांवों में 39 करोड़ की लागत के 920 कार्य, गोगुंदा ब्लॉक के अंतर्गत 11 ग्राम पंचायतों के 23 गांवों में 26 करोड़ 28 लाख रुपए की लागत के 879 कार्य अनुमोदित किए गए।

इसी क्रम में गिर्वा ब्लॉक की 5 ग्राम पंचायतों के अंतर्गत 13 गांवों में 17 करोड़ 15 लाख रुपए की लागत के 848 कार्य, खेरवाड़ा ब्लॉक की 11 ग्राम पंचायतों के 20 गांवों में 18 करोड़ 79 लाख के 607 कार्य, बड़गांव ब्लॉक की 7 ग्राम पंचायतों के अंतर्गत 17 गांवों में 21 करोड़ 15 लाख रुपए की लागत के 338 कार्य तथा मावली ब्लॉक की 8 ग्राम पंचायतों के तहत 20 गांवों में 24 करोड़ 39 लाख रुपए की लागत के 369 कार्य समेत जिले की कुल 114 ग्राम पंचायतों के 300 गांवों में 335 करोड़ 69 लाख रुपए की लागत के 11 हजार 5 कार्य अनुमोदित किये गए।

यह काम होंगे
अभियान के तहत जल संरक्षण और जल संचयन से जुड़े विभिन्न कार्य करवाए जाएंगे। इसमें तालाबों का निर्माण और गहरीकरण, खेत तलैयाओं का निर्माण, चेक डैम, एनिकट और परकोलेशन टैंक का निर्माण शामिल है। नालों का सुधार, वाटर शेड विकास, रूफ वॉटर हार्वेस्टिंग और वृक्षारोपण जैसे कार्य भी किए जाते हैं। इस अभियान का उद्देश्य भूजल स्तर बढ़ाना, कृषि क्षेत्र की सिंचाई सुविधा सुधारना और ग्रामीण क्षेत्रों को जल स्वावलंबी बनाना है।