अहमदाबाद विमान हादसा: पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी भी थे सवार, 242 यात्रियों में 52 ब्रिटिश नागरिकों की हुई मौत
अहमदाबाद से लंदन जा रहे एयर इंडिया विमान के क्रैश में 242 यात्रियों की मौत, जिनमें 52 ब्रिटिश नागरिक शामिल। विमान में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी भी सवार थे, जो सुरक्षित बचा लिए गए।

गुजरात के अहमदाबाद में गुरुवार सुबह एक दर्दनाक हादसे ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया। लंदन जा रही एयर इंडिया की फ्लाइट AI-782 टेकऑफ के केवल पाँच मिनट बाद ही तकनीकी खराबी के चलते दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इस विमान हादसे में कुल 265 यात्रियों में से 242 लोगों की जान चली गई, जिनमें 52 ब्रिटिश नागरिक भी शामिल थे। हादसे के बाद घटनास्थल पर मंजर भयावह था—चारों ओर मलबा, आग की लपटें और चीख-पुकार।
सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि विमान में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी भी सवार थे। उन्हें दुर्घटना के बाद बचाव दल द्वारा सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया और फिलहाल अहमदाबाद सिविल अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है। डॉक्टरों ने बताया कि उनकी हालत स्थिर है और उन्हें सिर्फ हल्की चोटें आई हैं। पूर्व मुख्यमंत्री का बच जाना एक राहत की खबर है, लेकिन 242 अन्य यात्रियों की मौत ने पूरे देश को शोक में डुबो दिया है।
प्रारंभिक रिपोर्ट्स के मुताबिक, टेकऑफ के तुरंत बाद विमान के दोनों इंजनों में गड़बड़ी आ गई, जिससे पायलट ने नियंत्रण खो दिया और विमान अहमदाबाद के बाहरी इलाके में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। एयर इंडिया ने हादसे को लेकर शोक व्यक्त करते हुए यह घोषणा की है कि मृतकों के परिवारों को 25 लाख रुपये की अंतरिम राहत दी जाएगी। इसके साथ ही इस पूरे हादसे की उच्च स्तरीय जांच के आदेश भी जारी कर दिए गए हैं।
हादसे में राजस्थान के उदयपुर जिले से भी कई यात्रियों की जान गई है। जानकारी के अनुसार, उदयपुर के सहेली नगर निवासी मार्बल व्यवसायी संजीव मोदी के पुत्र शुभ मोदी और पुत्री शगुन मोदी लंदन छुट्टियाँ मनाने जा रहे थे। डीएनए रिपोर्ट के आधार पर दोनों की पहचान की गई है और उनका अंतिम संस्कार अहमदाबाद के थलतेज मोक्षधाम में रविवार को किया जाएगा।
ब्रिटेन सरकार ने भी इस हादसे को लेकर गहरा दुख प्रकट किया है और अपने नागरिकों के परिवारों को हर संभव सहायता देने का आश्वासन दिया है। ब्रिटिश विदेश मंत्रालय ने इस दुर्घटना को “अभूतपूर्व मानवीय त्रासदी” बताया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने इस घटना पर गहरा शोक जताया है और मृतकों के परिजनों को संवेदनाएं प्रकट की हैं। प्रधानमंत्री ने कहा है कि इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए विमानन सुरक्षा में ठोस कदम उठाए जाएंगे। इस हादसे ने न केवल गुजरात या भारत को बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी विमानन सुरक्षा की गंभीरता को उजागर कर दिया है।
यह दुर्घटना भारत के विमानन इतिहास की सबसे बड़ी त्रासदियों में से एक बन चुकी है। अब उम्मीद सिर्फ यही है कि भविष्य में ऐसी घटनाएं न दोहराई जाएं और पीड़ित परिवारों को जल्द न्याय और सहायता मिल सके।