गौमाता को राष्ट्रमाता घोषित करने हेतु रामा गौधाम स्थापना अभियान का शुभारंभ
देशभर में गोसंवर्धन और सांस्कृतिक चेतना को सशक्त करने के उद्देश्य से 'गौमाता को राष्ट्रमाता' घोषित करने हेतु रामा गौधाम स्थापना अभियान का शुभारंभ हुआ।

अहमदाबाद | 13 जून 2025
देश में सांस्कृतिक जागरूकता और गोसंवर्धन को नई दिशा देने के उद्देश्य से "गौमाता को राष्ट्रमाता घोषित करने हेतु रामा गौधाम स्थापना अभियान" का भव्य शुभारंभ किया गया। यह अभियान न केवल धार्मिक आस्था को प्रबल करने का कार्य करेगा, बल्कि गोसेवा और गौ-संरक्षण की राष्ट्रीय चेतना को भी एक नई ऊँचाई पर पहुंचाने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा।
अभियान की शुरुआत एक विशेष समारोह के साथ की गई, जिसमें विभिन्न राज्यों से आए संत, महंत, समाजसेवी, गौभक्त और ग्रामीणों की बड़ी संख्या ने भाग लिया। कार्यक्रम में वक्ताओं ने गौमाता की सांस्कृतिक, धार्मिक और वैज्ञानिक महत्ता पर प्रकाश डालते हुए इस बात पर बल दिया कि अब समय आ गया है जब गौमाता को संवैधानिक रूप से 'राष्ट्रमाता' का दर्जा दिया जाना चाहिए।
रामा गौधाम की स्थापना का उद्देश्य मात्र एक गौशाला बनाना नहीं, बल्कि एक संपूर्ण 'गौ-अध्यात्मिक केंद्र' तैयार करना है, जहां गौसेवा, गौ-संवर्धन, आयुर्वेदिक अनुसंधान और गो आधारित जैविक कृषि को बढ़ावा मिलेगा। यह केंद्र ग्रामीण युवाओं को स्वरोजगार और सांस्कृतिक पुनर्जागरण की दिशा में भी प्रेरित करेगा।
अभियान के आयोजकों ने बताया कि रामा गौधाम एक मॉडल संस्थान के रूप में कार्य करेगा और पूरे देशभर में गौसेवा से जुड़े संगठनों को एकजुट कर एक व्यापक राष्ट्रीय आंदोलन का स्वरूप देगा। अभियान से जुड़े संतों ने यह भी कहा कि यह आंदोलन राजनीति से परे, भारत की आत्मा से जुड़ा हुआ है, और इस हेतु संसद में विधिवत प्रस्ताव लाकर गौमाता को राष्ट्रमाता घोषित करने की मांग की जाएगी।
समारोह में मौजूद कई संतों ने युवाओं से आह्वान किया कि वे अपनी संस्कृति को समझें, गौसंवर्धन में भाग लें और समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने में भूमिका निभाएं। अंत में गौमाता की सामूहिक आरती और संकल्प के साथ यह अभियान एक नई ऊर्जा के साथ प्रारंभ हुआ, जो भविष्य में पूरे देश में फैलता नजर आएगा।