अहमदाबाद विमान हादसे में मृतकों को सिंधी समाज उदयपुर ने दी श्रद्धांजलि

उदयपुर | 14 जून 2025
गुजरात के अहमदाबाद में हुए भयावह विमान हादसे के बाद देशभर में शोक की लहर है। इस हादसे में जान गंवाने वाले लोगों की याद में सिंधी समाज, उदयपुर की ओर से एक श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया।
यह सभा रविवार को रानी रोड स्थित सिंधी धर्मशाला परिसर में आयोजित की गई, जहां समाजजनों ने दो मिनट का मौन रखकर दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए प्रार्थना की। सभा में बड़ी संख्या में शहरवासियों, समाज के वरिष्ठजनों, महिलाओं और युवाओं ने भाग लिया।
विशेष रूप से याद किए गए शुभ मोदी और शगुन मोदी
श्रद्धांजलि सभा में विशेष रूप से सहेली नगर निवासी मार्बल व्यवसायी संजीव मोदी के पुत्र शुभ मोदी और पुत्री शगुन मोदी को श्रद्धांजलि दी गई। दोनों ही लंदन में छुट्टियां मनाने जा रहे थे, लेकिन इस दर्दनाक हादसे ने पूरे परिवार को तोड़ कर रख दिया।
सभा के दौरान सिंधी समाज के प्रतिनिधियों ने कहा,
"यह हादसा न केवल एक परिवार का नुकसान है, बल्कि पूरे समाज और शहर की एक अपूरणीय क्षति है। हम सभी ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि दिवंगत आत्माओं को शांति प्रदान करें और परिवारों को यह दुःख सहने की शक्ति दें।"
हादसे में उदयपुर के 5 लोगों की हुई मौत
आपको बता दें कि 12 जून को अहमदाबाद से लंदन जा रहे एयर इंडिया के विमान AI-171 के टेक-ऑफ के महज 5 मिनट बाद ही वह क्रैश हो गया, जिसमें 265 यात्रियों की मौत हो गई।
उदयपुर जिले से कुल 5 लोगों की मृत्यु इस दुर्घटना में हुई, जिनमें शुभ मोदी और शगुन मोदी के अलावा शेफ वरदीचंद मेनारिया, उनके भाई प्रकाशचंद मेनारिया, और पायल खटीक का नाम शामिल है।
डीएनए रिपोर्ट से हुई पहचान
विमान पूरी तरह जलने के कारण शवों की पहचान कठिन थी। अहमदाबाद सिविल अस्पताल में शवों का डीएनए परीक्षण कराया गया, जिसके बाद शुक्रवार देर रात शुभ और शगुन के शवों की पहचान हुई।
रविवार दोपहर को अहमदाबाद के थलतेज मोक्षधाम में उनका अंतिम संस्कार किया गया।
Air India ने घोषित की 25 लाख की सहायता
Air India ने हादसे के तुरंत बाद यह घोषणा की कि प्रत्येक मृतक यात्री के परिवार को 25 लाख रुपये की अंतरिम सहायता राशि दी जाएगी। साथ ही दुर्घटना की विस्तृत तकनीकी जांच DGCA और अन्य एजेंसियों द्वारा की जा रही है।
समाज ने जताई मांग – हवाई सुरक्षा पर पुनः विचार जरूरी
सिंधी समाज के वरिष्ठ सदस्य श्री मोहनलाल दालानी ने सरकार से मांग की कि,
"भारत जैसे विकासशील देश में इस प्रकार की तकनीकी त्रुटियों से सैकड़ों लोगों की जान जाना बेहद गंभीर मामला है। इस पर सरकार को सख्त कदम उठाने चाहिए और हवाई यात्रा की सुरक्षा प्रणाली को और अधिक मजबूत किया जाना चाहिए।"