Axiom Mission 4 की ऐतिहासिक वापसी: भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला सफलतापूर्वक लौटे पृथ्वी पर

Axiom Mission 4 की ऐतिहासिक सफलता के साथ भारतीय अंतरिक्ष यात्री ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला 18 दिनों के स्पेस मिशन के बाद पृथ्वी पर लौट आए। जानिए मिशन की प्रमुख बातें, उपलब्धियां और भारत के लिए इसका क्या मतलब है।

Axiom Mission 4 की ऐतिहासिक वापसी: भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला सफलतापूर्वक लौटे पृथ्वी पर

Axiom Mission 4 की ऐतिहासिक वापसी: भारतीय अंतरिक्ष योद्धा ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला पृथ्वी पर लौटे

भारत ने अंतरिक्ष विज्ञान के क्षेत्र में एक और गौरवशाली अध्याय जोड़ा है। भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन और अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला AxiomSpace के Axiom Mission 4 (Ax-4) के तहत अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर 18 दिनों का सफल मिशन पूरा कर सकुशल पृथ्वी पर लौट आए हैं। यह मिशन भारत के अंतरिक्ष इतिहास में एक और मील का पत्थर बन गया है।

स्पेसएक्स (SpaceX) के ड्रैगन अंतरिक्ष यान के ज़रिए यह मिशन लॉन्च किया गया था और इसका लैंडिंग 14 जुलाई को अटलांटिक महासागर में फ्लोरिडा तट के पास हुआ। AxiomSpace द्वारा आयोजित इस मिशन में शुभांशु शुक्ला के साथ कुल चार अंतरिक्ष यात्रियों की टीम थी। उन्होंने अंतरिक्ष में रहते हुए विज्ञान, बायोमेडिकल और तकनीकी प्रयोगों में भाग लिया, जिससे भविष्य के मानव अंतरिक्ष अभियानों को मदद मिलेगी।

ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला भारतीय वायुसेना के पायलट हैं और उन्हें Gaganyaan मिशन के लिए भी ट्रेन्ड किया जा चुका है। Axiom-4 मिशन में उनकी भूमिका ने भारत की वैश्विक अंतरिक्ष साझेदारी में योगदान को और मजबूत किया है।

मिशन की प्रमुख बातें:

  • मिशन अवधि: 18 दिन

  • स्थान: अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS)

  • स्पेसक्राफ्ट: SpaceX Dragon

  • मिशन एजेंसी: Axiom Space (USA)

  • सहयोग: NASA और SpaceX

  • मिशन का उद्देश्य: वैज्ञानिक व मेडिकल अनुसंधान, माइक्रोग्रैविटी में परीक्षण

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, ISRO, और भारतीय वायुसेना ने इस मिशन की सफलता पर शुभांशु शुक्ला को बधाई दी है और कहा है कि यह भारत के युवाओं के लिए प्रेरणा है।

भारत के लिए यह मिशन न सिर्फ वैज्ञानिक दृष्टि से महत्वपूर्ण रहा बल्कि यह अंतरराष्ट्रीय सहयोग और मानवीय क्षमता की भी उत्कृष्ट मिसाल बनकर सामने आया है।