उदयपुर भूपाल नोबल्स संस्थान ने मनाया 101 वां स्थापना दिवस
वाक कौशल, लोक व्यवहार व संस्कार से ही जीवन सफल व श्रेष्ठ बनता है - कर्नल शिवसिंह सारंगदेवोत (विद्या प्रचारिणी सभा, भूपाल नोबल्स संस्थान का 101वां स्थापना दिवस धूमधाम से सम्पन्न)

उदयपुर भूपाल नोबल्स संस्थान ने मनाया 101 वां स्थापना दिवस
वाक कौशल, लोक व्यवहार व संस्कार से ही जीवन सफल व श्रेष्ठ बनता है - कर्नल शिवसिंह सारंगदेवोत
(विद्या प्रचारिणी सभा, भूपाल नोबल्स संस्थान का 101वां स्थापना दिवस धूमधाम से सम्पन्न)
ऑल्ड बॉयज ऐसोसिएशन की ओर से रक्त दान एवं नेत्र जांच शिविर आयोजन
उदयपुर, 2 जनवरी 2023। विद्या प्रचारिणी सभा भूपाल नोबल्स संस्थान ने अपनी शैक्षिक शतकीय यात्रा को सम्पन्न करते हुए 101वें वर्ष में प्रवेश किया। इस अवसर पर भारतीय परम्परानुसार पंचकुण्डीय यज्ञ सम्पन्न हुआ जिसमें विश्व शान्ति के साथ मानव कल्याण के साथ सबकी उन्नति की कामना की गई। इसके पश्चात भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन, बी.एन.गर्ल्स कॉलेज के प्रांगण में हुआ। कार्यक्रम के प्रारम्भ में कार्यवाहक अध्यक्ष विद्या प्रचारिणी सभा कुंवर प्रदीप कुमार सिंह पुरावत एवं अतिथियों ने माँ सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलन किया एवं संस्थागीत हुआ। कार्यक्रम के प्रारम्भ में विद्या प्रचारिणी सभा, भूपाल नोबल्स संस्थान के मंत्री डॉ. महेन्द्र सिंह राठौड़ आगरिया ने अतिथियों का स्वागत करते हुए संस्था के विकास की रूपरेखा प्रस्तुत करते हुए उन पुण्यात्माओं का स्मरण किया जिनके तन-मन-धन से किये गये समर्पण से दो छात्रों से प्रारम्भ यह संस्था 100 वर्षों में कई हजार विधार्थियो के साथ विश्वविद्यालय स्वरूप में शिक्षा के अमूल्य यज्ञ में प्रचार और प्रकाश से महती अवदान कर रहा है। श्री कुलम आश्रम के गुरुमैया भूवनेश्वरी देवी ने आशीर्वचन देते हुए संस्था की इस उपलब्धि पर संस्थान के समस्त प्रबन्धन, शिक्षक वृन्द एवं विद्यार्थियों को शुभकानाएं दी एवं संस्थान की निरन्तर एवं उत्तरोत्तर प्रगति की ईश्वर से मंगल कामना की और कहा की विद्यार्थियों में विशुद्ध ज्ञान व प्रेम से ईश्वर की उपासना की जा सकती है।
मुख्य अतिथि के रूप में उद्बोधन देते हुए जनार्दनराय नागर राजस्थान विद्यापीठ डीम्ड टू बी विश्वविद्यालय के कुलपति एवं संस्थान के पूर्व छात्र कर्नल शिवसिंह सारंगदेवोत ने संस्थान की इस उपलब्धि पर संस्थान के समस्त कर्मठ तपोनिष्ठ साधकों और कार्यकर्ताओं के योगदान को अविस्मरणीय बताते हुए कहा कि पूर्व छात्रों द्वारा संचालित यह संस्थान 100 वर्ष की यात्रा करते हुए 101वें वर्ष में प्रवेश कर रहा है निःसंदेह यह किसी भी संस्था के लिए महत्वपूर्ण पर्व होता है और यह उपलब्धि ऐतिहासिक उपलब्धि होती है। उन्होंने कहा कि अच्छे विचारों को प्राप्त करना अत्यन्त आवश्यक हैं और वाग्मिता और लोक व्यवहार के बल पर ही समस्त सफलताओं को प्राप्त किया जा सकता हैं। मनुष्यत्व और देवत्व विकसित हो ऐसी शिक्षा भूपाल नोबल्स एक सदी से प्रदान कर रहा है। विशिष्ट अतिथि के रूप में विचार व्यक्त हुए ऑल्ड बॉयज एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रो. एकलिंग सिंह झाला ने संस्था के इस शताब्दी उपलब्धि पर प्रसन्नता जाहिर की और कहा कि ऑल्ड बॉयज एसोसिएशन वर्षभर छात्रों के हित में विभिन्न गतिविधियों को आयोजित करता हैं जिसमें मेधावी एवं जरूरतमन्द विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति देकर प्रोत्साहित किया जाता है। विधार्थियो को शिक्षा और संस्कार के साथ उत्साह के साथ अपने पसंदीदा क्षेत्र में सर्वस्व देकर सफल बने। अन्य विशिष्ट अतिथि के रूप में राजस्थान उच्च शिक्षा परिषद के उपाध्यक्ष एवं संस्थान के वित्त मंत्री एवं पूर्व छात्र डॉ. दरियाव सिंह चूण्डावत ने संस्थान से जुड़े अपने संस्मरणों का स्मरण करते हुए कहा कि विद्यार्थियों को उचित लक्ष्य तय कर और समय प्रबन्धन के साथ कार्य करना चाहिए। तभी वे कामयाबी प्राप्त कर सकते हैं।
संस्थान के पूर्व कार्यवाहक अध्यक्ष राजराणा गुणवन्त सिंह झाला ने इस अवसर पर उद्बोधन देते हुए कहा कि मातृ संस्थान के लिए यह उपलब्धि अद्वितीय उपलब्धि है और यह उपलब्धि यहां के समर्पित संस्था प्रतिनिधियों और हितैषियों के समर्पण से ही प्राप्त हो सकी है।
संस्थान के प्रबन्ध निदेशक मोहब्बत सिंह राठौड़ ने 1923 के संस्थान के प्रारम्भ के ऐतिहासिक प्रसंग का उल्लेख करते हुए संस्था के निर्माण एवं इसके विकास अकादमिक उपलब्धियों को रेखांकित किया और 2 जनवरी 2022 से शताब्दी महोत्सव के वर्षभर आयोजित 100 कार्यक्रमों की श्रृंखलाओं का विस्तार से प्रतिवेदन प्रस्तुत किया और बताया कि भूपाल जयन्ती तक शताब्दी महोत्सव कार्यक्रमों की शृंखला पूर्ण होगी। उन्होंने संस्थान की इस शतकीय यात्रा में प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष रूप से सहयोग देने वाले सभी महापुरुषों का वन्दन करते हुए सबके प्रति कृतज्ञता का भाव व्यक्त किया।
इसके पश्चात् संस्थान की उदयपुर, सलुम्बर, राजसमन्द के विभिन्न इकाइयों द्वारा रंगारंग भव्य सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी गई। जिनमें लोक नृत्य, लोकगीत, फैन्सी ड्रेस, रीजनल इवेन्ट आदि के माध्यम से रंगबिरंगी पोशाकों, और सुर लय और ताल के साथ थिरकते कदमों के द्वारा भारत की विविधता में ही एकता की संस्कृति को एक मंच पर जीवन्त कर दिया जैसे कश्मीर से लेकर कन्या कुमारी और राजस्थान से लेकर बंगाल तक की संस्कृति दोपहर की गुनगुनी धुप के साथ संध्या की लालिमा के साथ एकमेक हो गई।
इस भव्य समारोह में विद्या प्रचारिणी सभा भूपाल नोबल्स संस्थान की वर्तमान कार्यकारिणी सदस्य, भूतपूर्व सदस्य, विद्या प्रचारिणी सभा के सदस्य, ऑल्ड बॉयज ऐसोसिएशन के सदस्य, भूतपूर्व छात्र, भूतपूर्व संकाय सदस्य, विभिन्न इकाइयों के प्रधान, विश्वविद्यालय के अधिकारीगण, संकाय सदस्य, अभिभावकों एवं विद्यार्थियों की गरिमामय उपस्थिति रही।
इसी क्रम में ऑल्ड बॉयज एसोसिएशन की ओर से रक्तदान शिविर आयोजित किया गया और फूटबाल का मैत्री मेच भी आयोजित हुआ। फार्मेसी में कुछ एल्युमनी कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, सऊदी अरब और भारत क विभिन्न प्रांतो से भी आये।