आरती और दुर्गा को एमएलएसयू से पीएचडी उपाधि, उदयपुर का गौरव

एमएलएसयू उदयपुर ने आरती कुमावत और दुर्गा कुमावत को उत्कृष्ट शोध कार्य पर पीएचडी उपाधि प्रदान की। समाजशास्त्र और संस्कृत विषय में किया शोध।

आरती और दुर्गा को एमएलएसयू से पीएचडी उपाधि, उदयपुर का गौरव
आरती और दुर्गा को एमएलएसयू से पीएचडी उपाधि, उदयपुर का गौरव

आरती और दुर्गा को मिली पीएचडी उपाधि: उदयपुर की दो शोधार्थियों ने बढ़ाया शहर का गौरव



उदयपुर, 3 दिसंबर। मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय, उदयपुर ने विभिन्न विषयों में उत्कृष्ट शोध कार्य पूर्ण करने पर शहर की दो प्रतिभाशाली महिलाओं—आरती कुमावत और दुर्गा कुमावत—को विद्या वाचस्पति (पीएचडी) की उपाधि प्रदान की है। दोनों शोधार्थियों की उपलब्धि ने न केवल विश्वविद्यालय का मान बढ़ाया है, बल्कि उदयपुर की शैक्षणिक पहचान को भी नया आयाम दिया है।

समाजशास्त्र विषय में आरती का शोध
उदयपुर निवासी आरती कुमावत ने समाजशास्त्र विषय में “सरकारी स्कूल के किशोर विद्यार्थियों में वैज्ञानिक दृष्टिकोण और भावनात्मक बुद्धिमत्ता का आंकलन” विषय पर शोध कार्य किया। यह अध्ययन राजकीय मीरा कन्या महाविद्यालय की गृह विज्ञान विभाग की प्रोफेसर डॉ. मोनिका डूंगरवाल के निर्देशन में पूरा हुआ। आरती के शोध से किशोर शिक्षा, उनकी सोच व व्यवहारिक क्षमता के नए आयामों को समझने में मदद मिलेगी।

संस्कृत साहित्य पर दुर्गा का अध्ययन
इसी क्रम में दुर्गा कुमावत ने संस्कृत विषय में “संस्कृत यात्रा साहित्य का समीक्षात्मक अनुशीलन – सत्यव्रत शास्त्री, राधावल्लभ त्रिपाठी एवं हरिदत्त शर्मा के विशेष संदर्भ में” विषय पर शोध प्रबंध प्रस्तुत किया। उनका शोध एमएलएसयू के संस्कृत विभाग के आचार्य प्रो. नीरज शर्मा के निर्देशन में पूरा हुआ। यह अध्ययन संस्कृत यात्रा साहित्य के शास्त्रीय परिप्रेक्ष्य और समकालीन संदर्भों को नई दृष्टि प्रदान करता है।

विश्वविद्यालय ने प्रदान की उपाधि
दोनों शोधार्थियों के कार्यों का मूल्यांकन करने के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने उन्हें पीएचडी की उपाधि प्रदान की। एमएलएसयू द्वारा इन शोधार्थियों के प्रयासों और अकादमिक योगदान की सराहना की गई है।

आरती और दुर्गा की इस उपलब्धि पर परिवारजनों, शिक्षकों और शहरवासियों ने गर्व व्यक्त करते हुए उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएँ दीं।