हिरणमगरी पुलिस की बड़ी सफलता: 10 हजार के इनामी दलपत सिंह समेत तीन गिरफ्तार, 4 देसी पिस्टल, 19 कारतूस और कार जब्त

थाना हिरणमगरी एवं डीएसटी टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 10 हजार के इनामी अपराधी दलपत सिंह डुलावत व उसके दो साथियों को 4 देसी पिस्तौल, 19 जिंदा कारतूस और एक कार के साथ गिरफ्तार किया। पुलिस ने प्रवीण वसीटा व शंभू झिडोली की हत्या की साजिश को भी विफल कर दिया।

हिरणमगरी पुलिस की बड़ी सफलता: 10 हजार के इनामी दलपत सिंह समेत तीन गिरफ्तार, 4 देसी पिस्टल, 19 कारतूस और कार जब्त

उदयपुर, 04 जुलाई 2025 — थाना हिरणमगरी एवं जिला पुलिस अधीक्षक श्री यागेश गायल के निर्देशानुसार डीएसटी टीम ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए 10 हजार रुपये के इनामी अपराधी दलपत सिंह डुलावत और उसके दो साथियों को हथियारों के साथ गिरफ्तार किया है। दलपत सिंह, राजेन्द्र सिंह उर्फ वीरू और किशन खटीक के कब्जे से 4 देसी पिस्टल, 19 जिंदा कारतूस और एक पोलो कार जब्त की गई है।

यह कार्यवाही उस गंभीर फायरिंग मामले में हुई है, जिसमें आरोपी दलपत सिंह ने जानलेवा हमला किया था और जिसके खिलाफ जिला पुलिस ने पिछले कुछ महीनों से अभियान चलाया था। गिरफ्तार अपराधी हिस्ट्रीशीटर प्रवीण वसीटा व शंभू झिडोली की हत्या की साजिश में भी शामिल थे।

घटना की पृष्ठभूमि और गिरफ्तारी की पूरी जानकारी

दिनांक 03 जुलाई 2025 को डीएसटी टीम के हेड कांस्टेबल भंवर विश्नोई को सूचना मिली कि थाना हिरणमगरी का वांछित अभियुक्त दलपत सिंह अपने साथियों के साथ अवैध हथियार बेचने की फिराक में है। आरोपियों की गतिविधि को देखते हुए डीएसटी प्रभारी श्री श्याम सिंह रत्नु, थाना प्रभारी भरत योगी और उनकी टीम ने सबसिटी सर्कल के पास घेराबंदी कर छापेमारी की।

गिरफ्तार किए गए आरोपी दलपत सिंह डुलावत, निवासी खेपताल का गुड़ा, राजसमंद जिले के निवासी हैं, जो वर्तमान में उदयपुर के बडी थाना क्षेत्र के ग्रेटर कैलाश नगर में रह रहे हैं। उनके साथ राजेन्द्र सिंह उर्फ वीरू (23 वर्ष, लियो का गुड़ा) और किशन खटीक (38 वर्ष, गांव थूर) भी गिरफ्तार हुए।

जब्त हथियार और वाहन

  • दलपत सिंह के कब्जे से 2 अवैध देसी पिस्टल और 11 जिंदा कारतूस जब्त हुए।

  • राजेन्द्र सिंह के पास से 1 देसी पिस्टल और 4 कारतूस मिले।

  • किशन खटीक के पास से भी 1 देसी पिस्टल और 4 कारतूस बरामद हुए।

  • आरोपियों की पोलो कार (तर.14-बर््-7105) भी जब्त की गई है।

फायरिंग का पूरा मामला और जांच

दिनांक 23 मार्च 2025 को चतर सिंह ने थाना हिरणमगरी में शिकायत दर्ज करवाई थी कि उनके घर पर दो नकाबपोश हमलावर आए और फायरिंग की। इस घटना में चतर सिंह बच गए, लेकिन यह घटना इलाके में दहशत का कारण बनी। पुलिस ने इस मामले में 10 हजार के इनामी आरोपी दलपत सिंह द्वारा भेजे गए अन्य आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार किया था, जबकि मुख्य आरोपी फरार था।

गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ में पता चला कि फायरिंग के बाद दलपत सिंह जयपुर और मनाली भाग रहा था। वह नरैश हरिजन नामक शख्स से मिला, जिसने उन्हें हथियार और मारने की सुपारी दी थी।

हिस्ट्रीशीटर प्रवीण वसीटा और शंभू झिडोली को निशाना बनाने की साजिश नाकाम

पुलिस ने हिस्ट्रीशीटर प्रवीण वसीटा और शंभू झिडोली की हत्या की साजिश को भी विफल कर दिया है। यह साजिश नरैश हरिजन, दलपत सिंह और किशन खटीक के बीच रंजिश के चलते रची गई थी। प्रकरण संख्या 246/2025 के तहत संबंधित आरोपियों के विरुद्ध आर्म्स एक्ट व अन्य संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर आगे की जांच जारी है।