राजस्थान सरकार के 2 साल: भर्ती क्रांति, 92 हजार नियुक्तियां और पेपरलीक पर पूर्ण रोक

राजस्थान सरकार के दो साल के कार्यकाल में भर्ती प्रणाली में ऐतिहासिक सुधार हुए हैं। एसआईटी की सक्रियता से पेपरलीक पर पूरी रोक लगी, 296 परीक्षाएं पारदर्शी तरीके से आयोजित हुईं और 92 हजार से अधिक युवाओं को सरकारी नियुक्तियां मिलीं। वर्तमान में 1.53 लाख पदों पर भर्ती प्रक्रियाधीन है।

राजस्थान सरकार के 2 साल: भर्ती क्रांति, 92 हजार नियुक्तियां और पेपरलीक पर पूर्ण रोक

’राज्य सरकार की दो वर्षगांठ पर विशेष रिपोर्ट’
2 साल: नव उत्थान - नई पहचान | बढ़ता राजस्थान – हमारा राजस्थान
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में भर्ती प्रणाली में ऐतिहासिक सुधार

जयपुर/उदयपुर, 11 दिसंबर।
राजस्थान सरकार ने अपने दो वर्ष के कार्यकाल में भर्ती परीक्षाओं को पारदर्शी, सुरक्षित और विश्वसनीय बनाने की दिशा में रिकॉर्ड सुधार किए हैं। मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा के निर्देश पर गठित एसआईटी (विशेष अनुसंधान दल) ने पेपर लीक माफिया और नकल गिरोहों पर सख्त कार्रवाई कर भर्ती व्यवस्था में युवाओं का भरोसा फिर से मजबूत किया है।

पिछले दो वर्षों में राज्य में 92 हजार से अधिक युवाओं को सरकारी नियुक्तियां प्रदान की गईं, जबकि 1.53 लाख पदों पर भर्ती प्रक्रियाधीन है। यह राज्य की सबसे बड़ी और तेज़ भर्ती उपलब्धियों में से एक मानी जा रही है।


पेपर लीक पर पूर्ण नियंत्रण, 296 परीक्षाएं बिना गड़बड़ी के संपन्न

अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस, एटीएस एवं एसओजी, श्री विशाल बंसल ने बताया कि एसआईटी के गठन के बाद से राजस्थान लोक सेवा आयोग, राजस्थान अधीनस्थ कर्मचारी चयन बोर्ड और अन्य भर्ती एजेंसियों द्वारा 6 नवंबर 2025 तक कुल 296 परीक्षाएं आयोजित की गईं—और इनमें से एक भी पेपर लीक नहीं हुआ।
इतना ही नहीं, केंद्र सरकार और अन्य विभागों की परीक्षाएं भी पूरी पारदर्शिता के साथ संपन्न हुईं।


एसआईटी की सक्रियता: परीक्षा प्रणाली हुई सुरक्षित

16 दिसंबर 2023 को गठित एसआईटी ने राज्य की परीक्षा प्रणाली में ऐतिहासिक बदलाव लाए।
एसआईटी की सक्रियता के चलते डमी अभ्यर्थियों, फर्जी दस्तावेज़ और नकल माफिया पर प्रभावी प्रहार हुआ है। इससे परीक्षा व्यवस्था में पारदर्शिता और सुरक्षा का नया युग शुरू हुआ है।


138 एफआईआर, 394 आरोपी गिरफ्तार — जीरो टॉलरेंस की नीति

एसओजी द्वारा अब तक 138 एफआईआर दर्ज की गईं और 394 आरोपी गिरफ्तार किए गए।
इनमें पेपर लीक रैकेट, फर्जी डिग्री गिरोह, डमी उम्मीदवार और नकल माफिया शामिल हैं। सरकार की जीरो टॉलरेंस पॉलिसी ने इन अपराधों पर निर्णायक प्रहार किया है।


हाई-प्रोफाइल मामलों में कड़ी कार्रवाई

एडीजी बंसल के अनुसार, एसआईटी ने अनेक बड़े मामलों में भी कार्रवाई की—

  • एसआई भर्ती परीक्षा 2021: आरपीएससी के एक निलम्बित सदस्य और एक पूर्व सदस्य सहित कुल 132 आरोपी गिरफ्तार, 61 प्रशिक्षणरत उप निरीक्षक और 6 चयनित उप निरीक्षक भी शामिल।

  • जेल प्रहरी भर्ती परीक्षा 2018: पेपर लीक के मुख्य आरोपी और टीसीएस कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर जगजीत सिंह को गिरफ्तार किया गया।


युवाओं के लिए परीक्षा कैलेंडर व्यवस्था: समयबद्ध भर्ती की दिशा में बड़ा कदम

युवाओं को लंबे इंतजार से बचाने के लिए आरपीएससी और आरएसएसबी द्वारा विस्तृत परीक्षा कैलेंडर जारी किया जा रहा है। इससे अभ्यर्थियों को तैयारी में स्पष्टता और स्थिरता मिली है।


92 हज़ार से अधिक नियुक्तियां — युवाओं के सपने हो रहे साकार

दो वर्षों में प्रदेश सरकार ने इतिहास में पहली बार इतनी बड़ी संख्या में नियुक्तियां प्रदान की हैं।
परीक्षा प्रणाली की पारदर्शिता और दक्षता के कारण युवाओं का भरोसा बढ़ा है और राज्य में सरकारी भर्तियों की गति तेज हुई है।


वर्तमान में 1.53 लाख पदों पर भर्ती प्रक्रियाधीन

सरकार के अनुसार, विभिन्न विभागों में कुल 1.53 लाख पदों की भर्ती प्रक्रिया जारी है, जिससे आने वाले महीनों में और बड़े स्तर पर रोजगार उपलब्ध होंगे।


निष्कर्ष:
राज्य सरकार के दो वर्षों का कार्यकाल भर्ती प्रणाली में सुधार और पारदर्शिता की दिशा में एक नए युग की शुरुआत माना जा रहा है। एसआईटी की सक्रियता, सख्त कार्रवाई, व्यापक कैलेंडर व्यवस्था और अभूतपूर्व नियुक्तियों ने युवाओं में आशा और विश्वास का माहौल बनाया है।