उदयपुर में स्काउट मास्टर बेसिक कोर्स प्रशिक्षण शिविर सम्पन्न | स्काउट दीक्षा संस्कार और सर्वधर्म प्रार्थना सभा बने आकर्षण का केंद्र
राजस्थान राज्य भारत स्काउट व गाइड मंडल मुख्यालय उदयपुर के तत्वावधान में सात दिवसीय स्काउट मास्टर बेसिक कोर्स प्रशिक्षण शिविर सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ। शिविर में स्काउट दीक्षा संस्कार, सर्वधर्म प्रार्थना सभा और व्यवहारिक प्रशिक्षण सत्र रहे विशेष आकर्षण।
स्काउट मास्टर बेसिक कोर्स प्रशिक्षण शिविर सफलतापूर्वक सम्पन्न
स्काउट दीक्षा संस्कार और सर्वधर्म प्रार्थना सभा रहे आकर्षण का केंद्र
उदयपुर, 12 नवम्बर। राजस्थान राज्य भारत स्काउट व गाइड मंडल मुख्यालय उदयपुर के तत्वावधान में सलूंबर और उदयपुर जिले का सात दिवसीय आवासीय स्काउट मास्टर बेसिक कोर्स प्रशिक्षण शिविर बुधवार को मंडल प्रशिक्षण केंद्र उदयनिवास में सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ। इस प्रशिक्षण शिविर का उद्देश्य शिक्षकों और स्काउटरों को स्काउटिंग की मूल भावना, अनुशासन, सेवा और नेतृत्व के व्यवहारिक ज्ञान से सशक्त बनाना था।

शिविर संचालक सी.ओ. स्काउट सुरेन्द्र कुमार पाण्डे ने बताया कि प्रशिक्षण अवधि के दौरान प्रतिभागियों को स्काउटिंग के विभिन्न महत्वपूर्ण विषयों पर व्यवहारिक एवं सैद्धांतिक जानकारी दी गई। प्रशिक्षक मंगल कुमार जैन ने सक्रिय ट्रूप संचालन, गणपत लाल मेनारिया ने स्काउट दीक्षा संस्कार, वक्तावर सिंह देवड़ा ने तीनों सोपान की गांठें लगाना, वरदीचन्द मेघवाल ने ट्रूप रिकॉर्ड संधारण तथा सुशील सेवदा ने स्काउट ड्रिल और स्फूर्ति की आवश्यकता पर उपयोगी प्रशिक्षण दिया।
शिविर में विशाल गुप्ता और वीरेंद्र सिंह चुण्डावत ने सर्विस रोवर के रूप में उत्कृष्ट सेवाएँ दीं। सभी प्रतिभागी शिक्षकों ने प्रतिदिन प्रातः 5 बजे जागरण, प्रभाति गायन, योग व व्यायाम में भाग लिया और सर्वधर्म प्रार्थना सभा में सामूहिक उपस्थिति दर्ज कराई, जिससे शिविर में अनुशासन और एकता का संदेश प्रसारित हुआ।
अंतिम दिवस पर अवकाश अभ्यास सत्र के दौरान प्रशिक्षुओं के अर्जित ज्ञान की परीक्षा ली गई। इस दौरान प्रशिक्षक मंगल कुमार जैन ने विद्यालयों में स्काउट दीक्षा संस्कार की व्यवहारिक प्रक्रिया का प्रदर्शन किया। इसमें प्रशिक्षकों ने संस्था प्रधान, स्काउटर, सहायक स्काउटर, अतिथि और स्काउट बालक की भूमिका निभाई, जिससे पूरा सत्र शिक्षाप्रद और रोचक बन गया।
समापन अवसर पर शिविर संचालक सुरेन्द्र कुमार पाण्डे ने सभी प्रशिक्षार्थियों को स्काउटिंग की भावना को जीवन में आत्मसात करने और समाज में सेवा की भावना के साथ कार्य करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि स्काउटिंग केवल प्रशिक्षण नहीं, बल्कि एक जीवन पद्धति है जो बालकों के सर्वांगीण विकास का मार्ग प्रशस्त करती है।



