उदयपुर में साइबर सेफ्टी जागरूकता वेबिनार: शिक्षकों व अभिभावकों को दी ऑनलाइन सुरक्षा की ट्रेनिंग
उदयपुर डाइट द्वारा साइबर सेफ्टी जागरूकता वेबिनार आयोजित किया गया जिसमें 150 से अधिक शिक्षकों और अभिभावकों ने हिस्सा लिया। विशेषज्ञों ने ऑनलाइन गोपनीयता, फिशिंग, सोशल मीडिया सुरक्षा और बच्चों की ऑनलाइन सेफ्टी पर महत्वपूर्ण जानकारी साझा की।
उदयपुर में ऑनलाइन वेबिनार: साइबर सेफ्टी जागरूकता पर शिक्षकों, विद्यार्थियों और अभिभावकों ने किया सक्रिय सहभाग
— डिजिटल सुरक्षा के प्रति जिले में बढ़ी जागरूकता, 150 से अधिक शिक्षणकर्मियों ने लिया हिस्सा
उदयपुर, 13 नवम्बर। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डाइट) के एजुकेशनल टेक्नोलॉजी प्रभाग द्वारा गुरुवार को “साइबर सेफ्टी जागरूकता” विषय पर ऑनलाइन वेबिनार का आयोजन किया गया, जिसका उद्देश्य शिक्षकों, विद्यार्थियों और अभिभावकों को इंटरनेट के सुरक्षित एवं जिम्मेदार उपयोग के प्रति जागरूक करना था।
उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए डाइट प्राचार्य डॉ. शीला काहाल्या ने कहा कि डिजिटल युग में साइबर सुरक्षा बेहद महत्वपूर्ण हो गई है। उन्होंने बताया कि सुरक्षित ऑनलाइन व्यवहार अब विकल्प नहीं, बल्कि हर व्यक्ति के लिए अनिवार्यता बन चुका है। “हमारी कोशिश है कि शिक्षण समुदाय का हर सदस्य तकनीक का लाभ उठाते हुए साइबर खतरों से स्वयं को सुरक्षित रख सके,” उन्होंने कहा।
सत्र के मुख्य प्रशिक्षक चिराग सेनानी ने प्रतिभागियों को साइबर सुरक्षा के व्यावहारिक आयामों से अवगत कराया। उन्होंने ऑनलाइन गोपनीयता की सुरक्षा, सोशल मीडिया पर जानकारी साझा करने से जुड़ी सावधानियां, फिशिंग हमलों की पहचान, ईमेल/एसएमएस/व्हाट्सएप घोटालों से बचाव, सुरक्षित ब्राउज़िंग, मजबूत पासवर्ड बनाने और बच्चों की ऑनलाइन सुरक्षा जैसे विषयों पर विस्तार से जानकारी दी।
ईटी डिवीजन की प्रभागाध्यक्ष बीना कंवर राजपूत ने सभी प्रतिभागियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह वेबिनार विद्यालयों में डिजिटल जागरूकता बढ़ाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने कहा कि तकनीकी उपायों के साथ-साथ व्यक्तिगत सतर्कता और जिम्मेदार ऑनलाइन आचरण ही सुरक्षित डिजिटल जीवन की वास्तविक नींव हैं।
वेबिनार में उदयपुर जिले के 10 ब्लॉकों से 150 से अधिक शिक्षक, प्रधानाचार्य और शिक्षण कर्मियों ने हिस्सा लिया। प्रतिभागियों ने सत्र के दौरान अपनी जिज्ञासाएं सक्रिय रूप से साझा कीं, जिनका विशेषज्ञों द्वारा संतोषजनक समाधान दिया गया।
डाइट की इस पहल को जिलेभर में डिजिटल सुरक्षा को मजबूत करने की दिशा में एक सराहनीय प्रयास माना जा रहा है।



