लैक्रोज प्रशिक्षण शिविर उदयपुर में चरम पर | अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के लिए खिलाड़ियों की अंतिम तैयारी

उदयपुर के महाराणा प्रताप खेल गांव में ओलंपिक खेल लैक्रोज की अंतर्राष्ट्रीय एवं फेडरेशन कप प्रतियोगिता हेतु एक माह से जारी प्रशिक्षण शिविर चरम पर है। राजस्थान लैक्रोज संघ, प्रशासन और जनजाति विकास विभाग की देखरेख में खिलाड़ी सुबह-शाम गहन प्रशिक्षण ले रहे हैं।

लैक्रोज प्रशिक्षण शिविर उदयपुर में चरम पर | अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के लिए खिलाड़ियों की अंतिम तैयारी

लैक्रोज प्रशिक्षण शिविर चरम पर, अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के लिए खिलाड़ियों का दमखम तैयार

उदयपुर, 13 नवम्बर। महाराणा प्रताप खेल गांव, उदयपुर में ओलंपिक खेल लैक्रोज की आगामी अंतर्राष्ट्रीय एवं फेडरेशन कप प्रतियोगिता के लिए आयोजित एक माह का गहन प्रशिक्षण शिविर अब अंतिम चरण में पहुंच गया है। राजस्थान लैक्रोज संघ की देखरेख में चल रहे इस शिविर में राज्य के चुनिंदा महिला और पुरुष खिलाड़ी लगातार कड़ी मेहनत कर रहे हैं।

राजस्थान लैक्रोज संघ के अध्यक्ष अशोक परनामी ने बताया कि उदयपुर प्रशासन एवं जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग के सहयोग से संभागीय आयुक्त प्रज्ञा केवलरमानी के निर्देशानुसार शिविर का संचालन किया जा रहा है। संघ के सीईओ सज्जाद खान ने हाल ही में शिविर का निरीक्षण कर खिलाड़ियों से संवाद भी किया।

शिविर का प्रशिक्षण अनुभवी कोच नीरज बत्रा द्वारा प्रतिदिन सुबह और शाम दो सत्रों में कराया जा रहा है। उन्होंने बताया कि खिलाड़ियों को
• शारीरिक व मानसिक मजबूती
• तेज गति से सामंजस्यपूर्ण आक्रमण
• रक्षण कौशल
• त्वरित गोल बचाव
• और विपरीत परिस्थितियों में रणनीति क्रियान्वयन
जैसे महत्वपूर्ण पहलुओं पर विशेष रूप से तैयार किया जा रहा है।

शिविर में भारतीय टीम के लिए चयनित 9 महिला और 5 पुरुष खिलाड़ी, सहित राजस्थान के अन्य उभरते खिलाड़ी भी शामिल हैं।

आवास व्यवस्था जनजाति विकास विभाग आयुक्त कन्हैया लाल स्वामी के निर्देशानुसार उपायुक्त निरमा विश्नोई की देखरेख में की गई है। पुरुष खिलाड़ियों को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस, चित्रकूट नगर जबकि महिला खिलाड़ियों को टीआरआई छात्रावास में ठहराया गया है।

वहीं, खेल अभ्यास उदयपुर कलेक्टर नमित मेहता के निर्देश और जिला खेल अधिकारी डॉ. महेश पालीवाल की निगरानी में महाराणा प्रताप खेल गांव के मैदान में संचालित हो रहा है।

राजस्थान में लैक्रोज खेल को नई पहचान दिलाने और खिलाड़ियों को विश्वस्तरीय मंच पर उतारने में यह प्रशिक्षण शिविर महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।