उदयपुर से शिर्डी तक साईं भक्ति की पदयात्रा: मोहित आचार्य की 900 KM की अनूठी आस्था यात्रा
उदयपुर निवासी मोहित आचार्य ने लगातार 11वें वर्ष शिर्डी तक की 900 किलोमीटर लंबी पैदल यात्रा शुरू की है। यह यात्रा उनकी साईं बाबा के प्रति अटूट आस्था और भक्ति का प्रतीक है।

उदयपुर,
भक्ति की शक्ति किसे नहीं बदल सकती! उदयपुर के युवा साईं भक्त मोहित आचार्य ने एक बार फिर अपनी अटूट आस्था को जीवंत करते हुए 900 किलोमीटर लंबी पैदल यात्रा की शुरुआत की है। यह यात्रा उदयपुर से शिर्डी तक है और वर्ष 2025 में यह उनकी लगातार 11वीं पदयात्रा है।
भक्ति का नियमित अनुशासन:
मोहित आचार्य का दिन सुबह 5 बजे शुरू होता है, जिसके बाद वे दोपहर 11 बजे तक पैदल चलते हैं। विश्राम के बाद, शाम 6 बजे से रात 9-10 बजे तक पुनः यात्रा करते हैं। इस तरह वे प्रतिदिन औसतन 50 से 60 किलोमीटर की दूरी तय करते हैं और पूरी यात्रा को 20 से 25 दिनों में पूर्ण करते हैं।
पदयात्रा का मार्ग:
इस पावन यात्रा की शुरुआत उदयपुर से होती है, जो नीमच, मंदसौर, रतलाम, इंदौर, धुले जैसे प्रमुख शहरों से होते हुए शिर्डी पहुंचती है। वे रात्रि विश्राम के लिए मंदिरों, धर्मशालाओं और स्थानीय भक्तों की सहायता लेते हैं।
बाबा की कृपा और आत्मबल:
मोहित कहते हैं – "यह यात्रा मेरे लिए केवल एक तीर्थयात्रा नहीं, बल्कि मेरे साईं बाबा के प्रति समर्पण का माध्यम है। उनकी कृपा से आज तक मुझे कभी थकान या परेशानी महसूस नहीं हुई।"
उनकी यात्रा न केवल उनकी भक्ति की गहराई को दर्शाती है, बल्कि समाज में आध्यात्मिक जागरूकता और विश्वास की प्रेरणा भी देती है।
अन्य भक्तों के लिए प्रेरणा:
आज के व्यस्त जीवन में जब भक्ति समय की मोहताज बनती जा रही है, मोहित आचार्य का यह कदम आने वाली पीढ़ियों के लिए एक जीवंत उदाहरण बनता जा रहा है। उन्होंने यह साबित किया है कि यदि मन में श्रद्धा हो, तो दूरी और समय मायने नहीं रखते।