उदयपुर: विशेष रूप से सक्षम बालक-बालिकाओं ने संभाग स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिताओं में दिखाया हौसला और प्रतिभा

उदयपुर में राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण की पहल पर विशेष रूप से सक्षम बालक-बालिकाओं के लिए संभाग स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिता का आयोजन हुआ। गांधी ग्राउंड में बच्चों ने उत्साह, प्रतिभा और आत्मविश्वास से सबका दिल जीत लिया। विजेता खिलाड़ी अब जयपुर में राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में भाग लेंगे।

उदयपुर: विशेष रूप से सक्षम बालक-बालिकाओं ने संभाग स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिताओं में दिखाया हौसला और प्रतिभा

उदयपुर: विशेष रूप से सक्षम बालक-बालिकाओं ने दिखाया जज़्बा, संभाग स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिताओं में चमका उदयपुर

उदयपुर, 10 अक्टूबर।
राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, जयपुर के तत्वावधान में “स्पोर्ट्स फॉर अवेयरनेस एवं उड़ान 2.0” के तहत विशेष रूप से सक्षम बालक-बालिकाओं के लिए संभाग स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिताओं का आयोजन शुक्रवार को उदयपुर के गांधी ग्राउंड में किया गया।
यह आयोजन जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अध्यक्ष एवं जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री ज्ञान प्रकाश गुप्ता के निर्देशन में तथा प्राधिकरण सचिव एवं एडीजे श्री कुलदीप शर्मा की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ।


खेल के साथ जागरूकता का संदेश

कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य था — विशेष रूप से सक्षम बच्चों में विधिक जागरूकता लाना और उन्हें समाज में समान अवसर दिलाना।
राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण (RSLSA) की यह पहल खेल के माध्यम से बच्चों में आत्मविश्वास बढ़ाने और समाज में समावेशी सोच विकसित करने की दिशा में एक सराहनीय प्रयास है।

इस प्रतियोगिता में उदयपुर, राजसमंद, चित्तौड़गढ़, प्रतापगढ़, बांसवाड़ा, सलूम्बर और डूंगरपुर जिलों के वे बालक-बालिकाएं शामिल हुए जिन्होंने अपने-अपने जिलों में प्रथम स्थान प्राप्त किया था।


विजेता बच्चों ने जीता सबका दिल

गांधी ग्राउंड में बच्चों ने जिस उत्साह और आत्मविश्वास के साथ भाग लिया, उसने उपस्थित सभी अतिथियों को प्रेरित किया।
विभिन्न खेल विधाओं में उदयपुर और आस-पास के जिलों के बच्चों ने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया।

विजेता खिलाड़ियों की सूची:

  • लंबीकूद (छात्र वर्ग):
    बधिर उच्च माध्यमिक विद्यालय, अंबामाता (उदयपुर) के कपिल मीणा ने प्रथम स्थान प्राप्त किया।

  • लंबीकूद (छात्रा वर्ग):
    जागृति उच्च माध्यमिक विशेष विद्यालय, राजसमंद की किरण सालवी ने स्वर्ण पदक जीता।

  • बास्केटबॉल:
    तपस विशेष विद्यालय, डूंगरपुर की टीम — धर्मेंद्र, जयदीप, प्रवीण और रसवान — ने विजयी प्रदर्शन किया।

  • चित्रकला:
    महात्मा गांधी उच्च माध्यमिक विद्यालय, धानमंडी (उदयपुर) के गर्वित मंत्री ने प्रथम स्थान हासिल किया।

  • बैडमिंटन:
    जागृति उच्च माध्यमिक विद्यालय, राजसमंद के हरिओम माली ने प्रतियोगिता में पहला स्थान प्राप्त किया।

  • कबड्डी (छात्र एवं छात्रा वर्ग):
    बधिर उच्च माध्यमिक विद्यालय, अंबामाता (उदयपुर) की दोनों टीमों ने बेहतरीन प्रदर्शन कर प्रथम स्थान प्राप्त किया।


जयपुर में होगा राज्य स्तरीय मुकाबला

प्रतियोगिता में विजेता बनी सभी टीमें अब जयपुर में आयोजित होने वाली राज्य स्तरीय प्रतियोगिताओं में भाग लेंगी।
यह अवसर न केवल उनकी खेल प्रतिभा को राज्य स्तर पर प्रदर्शित करेगा, बल्कि उनके आत्मविश्वास को भी नई ऊंचाई देगा।

कार्यक्रम में समग्र शिक्षा उदयपुर के कार्यक्रम अधिकारी श्री विमलेश यादव विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
उन्होंने कहा कि इस प्रकार की प्रतियोगिताएं विशेष बच्चों के लिए समाज में एक सकारात्मक संदेश देती हैं और यह साबित करती हैं कि यदि अवसर मिले, तो हर बच्चा आगे बढ़ सकता है।


कानूनी जागरूकता के साथ सामाजिक सशक्तिकरण

कार्यक्रम के दौरान प्राधिकरण सचिव कुलदीप शर्मा ने कहा —

“इन बच्चों में जो आत्मबल और उत्साह है, वह समाज के लिए प्रेरणा है। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण का उद्देश्य केवल विधिक सहायता देना नहीं, बल्कि सामाजिक समरसता और आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देना भी है।”

प्रतियोगिता स्थल पर विभिन्न स्कूलों के अध्यापक, अभिभावक और नागरिक बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
गांधी ग्राउंड खेल भावना और सकारात्मक ऊर्जा से सराबोर हो उठा।


समापन पर सम्मान एवं प्रेरणा

समापन समारोह में विजेता प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र और पुरस्कार प्रदान किए गए।
कार्यक्रम का संचालन जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की टीम द्वारा किया गया।
सभी प्रतिभागियों और विजेताओं के चेहरों पर उपलब्धि की चमक साफ झलक रही थी।


उदयपुर बना प्रेरणा का केंद्र

यह आयोजन केवल एक खेल प्रतियोगिता नहीं बल्कि संवेदनशीलता, समान अवसर और सकारात्मक समाज की दिशा में एक मजबूत कदम साबित हुआ।
उदयपुर ने एक बार फिर साबित किया कि यह शहर केवल संस्कृति का नहीं, बल्कि मानवता और हौसले का भी प्रतीक है।