उदयपुर में मतदाता सूची पुनरीक्षण अभियान शुरू – बीएलओ घर-घर पहुंचकर भरवा रहे गणना प्रपत्र | 4 दिसंबर तक चलेगा सर्वे

उदयपुर जिले में मतदाता सूची पुनरीक्षण अभियान की शुरुआत। 1936 बीएलओ घर-घर जाकर 19.62 लाख मतदाताओं से गणना प्रपत्र भरवा रहे हैं। निर्वाचन विभाग ने मतदाताओं से सहयोग की अपील की।

उदयपुर में मतदाता सूची पुनरीक्षण अभियान शुरू – बीएलओ घर-घर पहुंचकर भरवा रहे गणना प्रपत्र | 4 दिसंबर तक चलेगा सर्वे

मतदाता सूची पुनरीक्षण अभियान शुरू: उदयपुर में बीएलओ घर-घर पहुंचकर भरवा रहे गणना प्रपत्र

4 दिसंबर तक चलेगा सर्वे अभियान, 19.62 लाख मतदाताओं की मैपिंग का लक्ष्य

उदयपुर,
लोकतंत्र में मतदाता ही सबसे बड़ी शक्ति है — और इसी शक्ति को सशक्त बनाए रखने के लिए भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार उदयपुर जिले में मंगलवार से मतदाता सूचियों के विशेष गहन पुनरीक्षण (Special Intensive Revision - SIR) अभियान की औपचारिक शुरुआत हो गई है। इस अभियान के अंतर्गत जिले के सभी सातों विधानसभा क्षेत्रों में कुल 1936 बूथ लेवल अधिकारी (बीएलओ) घर-घर जाकर गणना प्रपत्र वितरण एवं संकलन का कार्य कर रहे हैं। 

उप जिला निर्वाचन अधिकारी दीपेंद्र सिंह राठौड़ ने बताया कि जिले के 19 लाख 62 हजार 340 मतदाताओं की जानकारी को अद्यतन करने और मतदाता सूची को अधिक सटीक बनाने के लिए यह विशेष पुनरीक्षण अभियान 4 दिसंबर तक लगातार चलेगा। बीएलओ घर-घर जाकर दो प्रतियों में गणना प्रपत्र भरवाएंगे, जिसमें एक प्रति मतदाता के पास रसीद के रूप में रहेगी, जबकि दूसरी प्रति डिजिटल रूप में ECINET ऐप के माध्यम से अपलोड की जाएगी।

???? अभियान की निगरानी और प्रशासनिक व्यवस्था

अभियान की प्रगति पर संबंधित ईआरओ (निर्वाचन पंजीकरण अधिकारी) और उप जिला निर्वाचन अधिकारी लगातार निगरानी रख रहे हैं। उप जिला निर्वाचन अधिकारी राठौड़ ने स्वयं कई वार्डों का दौरा कर बीएलओ द्वारा किए जा रहे गणना प्रपत्र वितरण कार्य का निरीक्षण किया। उन्होंने बताया कि यह अभियान न केवल मतदाता सूची को अद्यतन करने की प्रक्रिया है, बल्कि यह लोकतंत्र को और मजबूत करने का एक व्यापक जन-संपर्क प्रयास भी है।

“मतदाता सूची में आपका नाम सही दर्ज होना, चुनाव में भागीदारी का पहला और सबसे जरूरी कदम है। इसलिए सभी नागरिक अपने घर पहुंचने वाले बीएलओ से गणना प्रपत्र अवश्य भरें और आवश्यक जानकारी सही-सही प्रदान करें।”
दीपेंद्र सिंह राठौड़, उप जिला निर्वाचन अधिकारी, उदयपुर 

 

????️ मतदाताओं से अपील — दस्तावेज नहीं, केवल जानकारी दें

निर्वाचन विभाग ने स्पष्ट किया है कि गणना प्रपत्र भरते समय मतदाताओं को किसी भी प्रकार का दस्तावेज जमा करवाने की आवश्यकता नहीं है।
बीएलओ केवल पूर्व मतदाता सूची से संबंधित सूचनाओं का मिलान (मैपिंग) कर सही जानकारी दर्ज करेंगे। मतदाता को यह सुनिश्चित करना होगा कि नाम, आयु, पता, लिंग, और पारिवारिक विवरण जैसी सभी जानकारियां अद्यतन और सही हों।

???? बीएलओ की मुख्य जिम्मेदारियां

  • घर-घर जाकर आंशिक रूप से भरे गणना प्रपत्र की दो प्रतियां वितरित करना।

  • मतदाताओं से बातचीत कर पूर्व एसआईआर सूची के साथ मैपिंग करना।

  • भरे हुए गणना प्रपत्रों को एकत्र कर ECINET ऐप पर डिजिटल रूप में अपलोड करना।

  • बूथवार प्रगति रिपोर्ट तैयार कर संबंधित ईआरओ को सौंपना।

  • निर्वाचन आयोग के निर्धारित दिशा-निर्देशों का पालन सुनिश्चित करना।

???? महत्वपूर्ण तिथि और प्रक्रिया

गणना प्रपत्र वितरण और संकलन का यह अभियान 4 दिसंबर 2025 तक चलेगा। इसके बाद निर्वाचन विभाग प्रारूप मतदाता सूची (Draft Voter List) जारी करेगा, जिसमें केवल उन्हीं मतदाताओं के नाम होंगे जिन्होंने गणना प्रपत्र समय पर भरकर जमा किया होगा।
यदि कोई नागरिक इस अवधि में जानकारी नहीं दे पाता है, तो वह बाद में भी फॉर्म-6 और घोषणा पत्र (Form-6 with Declaration) के माध्यम से अपना नाम जुड़वा सकता है। 

????️ मतदाता जागरूकता पर जोर

जिला प्रशासन ने मतदाताओं से अपील की है कि वे इस कार्य में सक्रिय सहयोग दें और लोकतांत्रिक जिम्मेदारी निभाते हुए अपने नाम, परिवार के सदस्यों और स्थानांतरण से संबंधित विवरणों को सही करें।
इस प्रक्रिया से न केवल मतदाता सूची की शुद्धता बढ़ेगी, बल्कि आगामी विधानसभा और लोकसभा चुनावों में ‘एक भी मतदाता छूटे नहीं’ के लक्ष्य को पूरा किया जा सकेगा।

???? मैदान से झलकियाँ

बीएलओ की टीमें मंगलवार सुबह से ही विभिन्न वार्डों, गांवों और कॉलोनियों में सक्रिय नजर आईं। कई स्थानों पर बीएलओ द्वारा मतदाताओं को प्रक्रिया समझाते हुए गणना प्रपत्र भरवाने की तस्वीरें सामने आई हैं। उप जिला निर्वाचन अधिकारी दीपेंद्र सिंह राठौड़ ने स्वयं गणना प्रपत्र वितरण कार्य का निरीक्षण कर अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।