उदयपुर फाइल्स’ फिल्म पर विवाद: कन्हैयालाल के बेटे ने कहा – यह आतंकवाद के खिलाफ है, नहीं है कोई सांप्रदायिक एजेंडा

देश के चर्चित कन्हैयालाल हत्याकांड पर बनी फिल्म ‘उदयपुर फाइल्स’ की रिलीज से पहले दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दायर की गई। कन्हैयालाल के बेटे यश तेली ने स्पष्ट किया कि यह फिल्म धर्म या समुदाय के खिलाफ नहीं बल्कि आतंकवाद के विरुद्ध है। याचिका जमीयत उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष ने दायर की है।

उदयपुर फाइल्स’ फिल्म पर विवाद: कन्हैयालाल के बेटे ने कहा – यह आतंकवाद के खिलाफ है, नहीं है कोई सांप्रदायिक एजेंडा

देश के सबसे चर्चित कन्हैयालाल हत्याकांड पर आधारित फिल्म ‘उदयपुर फाइल्स’ 11 जुलाई 2025 को रिलीज़ होने जा रही है। लेकिन रिलीज से पहले इस फिल्म को लेकर विवाद भी गर्माया है। दिल्ली हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की गई है, जिसमें फिल्म पर रोक लगाने की मांग की गई है। इस मामले में कन्हैयालाल के बेटे यश तेली ने पहली बार बयान जारी किया है।

यश तेली ने साफ किया है कि यह फिल्म किसी धर्म या समुदाय के खिलाफ नहीं बल्कि आतंकवाद के विरुद्ध है। उन्होंने बताया कि 28 जून 2022 को हुए उनके पिता के हत्याकांड को फिल्म में पूरी तरह से दर्शाया गया है। फिल्म में दिखाया गया है कि किस तरह आतंकवादी षड़यंत्र के तहत, पाकिस्तान और भारत के कुछ तत्वों ने उनके पिता की हत्या की। यश ने कहा, “यह फिल्म आतंकवाद की जड़ें और उसके प्रभाव को उजागर करती है जो हमारे देश में काम कर रही हैं।”

यश तेली ने आगे कहा कि याचिका दायर होने के बाद आगे क्या होगा, इसका उन्हें स्पष्ट नहीं है, लेकिन वह चाहते हैं कि पूरा देश इस फिल्म को देखे और समझे कि तीन साल पहले उनके परिवार के साथ क्या हुआ था। उन्होंने देशवासियों से अपील की कि वे इस इंसाफ की लड़ाई में उनके साथ खड़े हों। यश ने बताया कि आरोपियों को अभी तक फांसी की सजा नहीं दी गई है और वे फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाने की भी मांग कर रहे हैं, जो अभी पूरी नहीं हुई है।

दूसरी ओर, इस फिल्म पर रोक लगाने के लिए याचिका जमीयत उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष और दारुल उलूम देवबंद के प्रिंसिपल मौलाना अरशद मदनी ने दायर की है। याचिका में दावा किया गया है कि 26 जून 2025 को जारी फिल्म का ट्रेलर ऐसे संवादों और दृश्यों से भरा है, जिन्होंने 2022 में सांप्रदायिक वैमनस्य पैदा किया था। याचिका का तर्क है कि फिल्म में फिर से वही सांप्रदायिक भावनाएं भड़काने की क्षमता मौजूद है, जिससे सामाजिक शांति प्रभावित हो सकती है।

यह विवाद फिल्म के रिलीज से ठीक पहले उठने से फिल्म जगत और राजनीति में भी हलचल मची हुई है। फिल्म ‘उदयपुर फाइल्स’ एक संवेदनशील और विवादित विषय पर बनी है, जो भारतीय समाज में आतंकवाद और सांप्रदायिक तनाव जैसे मुद्दों को सामने लाती है।

‘उदयपुर फाइल्स’ फिल्म को लेकर जारी विवाद में दोनों पक्षों के दावे महत्वपूर्ण हैं। कन्हैयालाल के बेटे का बयान दर्शाता है कि फिल्म आतंकवाद के खिलाफ है, जबकि याचिका में सांप्रदायिक तनाव को बढ़ाने का आरोप लगाया गया है। फिल्म के रिलीज के बाद ही इस मुद्दे पर सही तस्वीर सामने आएगी।