राजकीय आदर्श आयुर्वेद औषधालय में 43वां पंचकर्म शिविर 7 से 11 जुलाई तक, पूर्व पंजीकरण अनिवार्य

उदयपुर के सिंधी बाजार स्थित राजकीय आदर्श आयुर्वेद औषधालय में 7 से 11 जुलाई 2025 तक पंचकर्म चिकित्सा शिविर का आयोजन किया जा रहा है। अनुभवी आयुर्वेद विशेषज्ञों की निगरानी में रोगियों को शारीरिक एवं मानसिक शुद्धिकरण की आयुर्वेदिक चिकित्सा दी जाएगी।

राजकीय आदर्श आयुर्वेद औषधालय में 43वां पंचकर्म शिविर 7 से 11 जुलाई तक, पूर्व पंजीकरण अनिवार्य

राजस्थान के उदयपुर शहरवासियों के लिए स्वास्थ्य सुधार का एक सुनहरा अवसर सामने आया है। राजकीय आदर्श आयुर्वेद औषधालय, सिंधी बाजार में आयुर्वेद की प्राचीन एवं प्रमाणित चिकित्सा पद्धति पंचकर्म पर आधारित 43वाँ चिकित्सा शिविर 7 जुलाई से 11 जुलाई 2025 तक आयोजित किया जा रहा है।

इस संबंध में जानकारी देते हुए औषधालय के प्रभारी एवं वरिष्ठ आयुर्वेद चिकित्साधिकारी डॉ. शोभालाल औदीच्य ने बताया कि पंचकर्म चिकित्सा न केवल रोगों के लक्षणों को दबाने बल्कि रोगों की जड़ों को समाप्त करने का कार्य करती है। यह चिकित्सा पद्धति शरीर के अंदर संचित विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालकर शारीरिक, मानसिक और आत्मिक संतुलन स्थापित करती है।

शिविर में उपलब्ध पंचकर्म क्रियाएं:

इस पांच दिवसीय शिविर में निम्न आयुर्वेदिक क्रियाएं विशेषज्ञों की देखरेख में कराई जाएंगी:

  • कटीबस्ती (कमर दर्द उपचार)

  • जानुबस्ती (घुटनों के लिए)

  • ग्रीवाबस्ती (गर्दन एवं सर्वाइकल स्पॉन्डिलाइटिस)

  • नस्य (नाक के माध्यम से उपचार)

  • सर्वांग स्वेदन (पूर्ण शरीर का स्वेदन)

  • स्थानिक अभ्यंग (स्थानीय अंगों की तेल मालिश)

  • शिरोधारा और शिरोबस्ती (मानसिक तनाव, अनिद्रा, माइग्रेन)

  • धारास्वेदन, षष्टिशाली पिंडस्वेद, एवं बस्तीकर्म (गंभीर वात रोगों में लाभकारी)

किन रोगों में लाभप्रद:

इस शिविर में जोड़ों का दर्द, साइटिका, ए.वी.एन. (अवस्कुलर नेक्रोसिस), माइग्रेन, अनिद्रा, एड़ी दर्द, बाल झड़ना, त्वचा रोग, तनाव आदि के इलाज के लिए प्रभावी उपचार किया जाएगा। पूर्व शिविरों में सैकड़ों रोगियों को इन समस्याओं से राहत प्राप्त हुई है।

व्यक्तिगत चिकित्सा योजना:

प्रत्येक रोगी की शारीरिक प्रकृति (दोषों – वात, पित्त, कफ) के अनुसार उनका परीक्षण कर एक व्यक्तिगत चिकित्सा योजना तैयार की जाएगी, जिससे अधिकतम लाभ सुनिश्चित किया जा सके।

पूर्व पंजीकरण अनिवार्य:

चूंकि स्थान सीमित हैं और चिकित्सा व्यक्तिगत रूप से की जाएगी, शिविर में भाग लेने के लिए पूर्व पंजीकरण आवश्यक है। इच्छुक रोगी औषधालय में संपर्क कर पंजीकरण करवा सकते हैं।

 जानकारी: