अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता वर्ष-2025 जागरूकता ही साइबर अपराध से बचने का एकमात्र उपाय साइबर सिक्युरिटी जागरूकता कार्यशाला

संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा घोषित अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता वर्ष 2025 के अन्तर्गत, मंगलवार को दी उदयपुर सेन्ट्रल को-ऑपरेटिव बैंक लिमिटेड द्वारा, प्रबंध निदेशक अनिमेष पुरोहित के निर्देशन में जवाहर विद्यापीठ, कानोड के विद्यार्थियों के लिए साइबर सिक्योरिटी पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया।

अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता वर्ष-2025 जागरूकता ही साइबर अपराध से बचने का एकमात्र उपाय साइबर सिक्युरिटी जागरूकता कार्यशाला

उदयपुर में साइबर सिक्योरिटी जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन

स्थान: उदयपुर
तिथि: 22 अप्रैल 2025

संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा घोषित अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता वर्ष 2025 के अन्तर्गत, मंगलवार को दी उदयपुर सेन्ट्रल को-ऑपरेटिव बैंक लिमिटेड द्वारा, प्रबंध निदेशक अनिमेष पुरोहित के निर्देशन में जवाहर विद्यापीठ, कानोड के विद्यार्थियों के लिए साइबर सिक्योरिटी पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया।


कार्यक्रम की शुरुआत और स्वागत

कार्यक्रम के प्रारंभ में:

  • जवाहर विद्यापीठ के सचिव डॉ आनन्द धींग

  • प्रधानाध्यापिका सविता वैरागी
    ने अतिथियों का स्वागत किया।

बैंक की अधिशाषी डॉ मेहजबीन बानो ने सहकारिता वर्ष की अवधारणा को समझाते हुए कार्यक्रम की रूपरेखा से विद्यार्थियों को अवगत करवाया।


सहकारी बैंक की जानकारी

बैंक की भीण्डर शाखा के वरिष्ठ प्रबन्धक श्री राजेश टेलर ने विद्यार्थियों को:

  • सहकारी बैंक की भूमिका

  • बैंक की सुविधाओं एवं सेवाओं
    का संक्षिप्त परिचय दिया।


साइबर अपराधों पर पहला सत्र

आई.टी. प्रबन्धक श्री हितेश कुमार पंचाल ने छात्रों को वर्तमान में प्रचलित विभिन्न साइबर अपराधों के बारे में बताया।

उन्होंने कहा:

  • विद्यार्थी सोशल मीडिया पर बाहरी लिंक्स पर क्लिक करते हैं, जिससे उनका व्यक्तिगत डेटा हैक हो सकता है।

  • इससे बैंक फ्रॉड जैसे अपराध होते हैं।

सुझाव:

  • पासवर्ड्स को सुरक्षित रखें।

  • किसी के साथ भी ओटीपी साझा न करें


दूसरा सत्र: साइबर सुरक्षा के उपाय

दी उदयपुर महिला समृद्धि अरबन को-ऑपरेटिव बैंक लिमिटेड के आई.टी. हेड श्री निपुण चितौडा ने विषय पर प्रकाश डाला।

उन्होंने बताया:

  • साइबर फ्रॉड होने पर तुरन्त नजदीकी साइबर पुलिस थाना या 1930 नंबर पर कॉल करें।

  • इससे समय रहते अपराधी को पकड़ा जा सकता है।

चेतावनी:

  • अवांछित कॉल्स का जवाब न दें।

  • मुफ्त की योजनाओं से सावधान रहें।

  • जागरूकता ही बचाव का एकमात्र उपाय है।


अन्य जानकारी

  • कार्यक्रम में विद्यार्थियों को साइबर जागरूकता की बुकलेट वितरित की गई।

  • संचालन डॉ धर्मेश मोटवानी ने किया।

  • धन्यवाद ज्ञापन श्रीमती मीना नेभनानी द्वारा किया गया।

  • जवाहर विद्यापीठ के समस्त अध्यापक एवं भीण्डर कार्यक्षेत्र की ग्राम सेवा सहकारी समितियों के व्यवस्थापकगण भी उपस्थित रहे।