गुड़ामालानी में विजयादशमी उत्सव और संघ का पथ संचलन, शताब्दी वर्ष पर भव्य आयोजन

गुड़ामालानी में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना के शताब्दी वर्ष पर विजयादशमी उत्सव और पथ संचलन का भव्य आयोजन हुआ। मुख्य वक्ता बंशीलाल भाटी ने संघ के 100 वर्षों की गौरवगाथा और पंच प्रमुख परिवर्तनों पर प्रकाश डाला।

गुड़ामालानी में विजयादशमी उत्सव और संघ का पथ संचलन, शताब्दी वर्ष पर भव्य आयोजन
गुड़ामालानी में विजयादशमी उत्सव और संघ का पथ संचलन, शताब्दी वर्ष पर भव्य आयोजन

गुड़ामालानी में विजयादशमी उत्सव और पथ संचलन का भव्य आयोजन

गुड़ामालानी। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना के शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में गुड़ामालानी मंडल द्वारा विजयादशमी उत्सव एवं पथ संचलन का भव्य आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत राउमावि गुड़ामालानी से हुई, जहां से स्वयंसेवक पूर्ण गणवेश में अनुशासनबद्ध पंक्तियों में संचलन करते हुए विभिन्न मार्गों से होकर नगर के मेला मैदान में पहुंचे।

इस अवसर पर महन्त रामलखन दास, दीपाराम (खंड संघचालक) और स्वामी विजय महाराज ने संघ की 100 वर्षों की गौरवपूर्ण यात्रा पर प्रकाश डालते हुए कहा कि संघ ने सदैव संस्कृति संरक्षण, समाज प्रबोधन और राष्ट्र निर्माण की दिशा में अमूल्य योगदान दिया है। वक्ताओं ने समाज को संघ से जुड़कर राष्ट्रभाव को और मजबूत करने का आह्वान किया।

मुख्य वक्ता बंशीलाल भाटी, (प्रदेश उपाध्यक्ष, सीमाजन कल्याण समिति राजस्थान) ने संघ के शताब्दी वर्ष को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि संघ ने राष्ट्रहित को हमेशा सर्वोपरि रखा है। उन्होंने बताया कि संघ ने संगठन, संस्कार और सेवा की धारा समाज में प्रवाहित की है और यही संघ की शक्ति है। भाटी ने संघ द्वारा चलाए जा रहे पंच प्रमुख परिवर्तन – सामाजिक समरसता, नागरिक कर्तव्य, पर्यावरण संरक्षण, कुटुंब प्रबोधन और स्वदेशी जीवनशैली – पर विस्तार से प्रकाश डाला। 




उन्होंने चेताया कि वर्तमान समय में सोशल मीडिया हमारी जीवनशैली पर गहरा प्रभाव डाल रहा है, जिससे हमें सावधान रहना होगा।

कार्यक्रम के समापन पर खंड कार्यवाह कानाराम ने समाजबंधुओं और मातृशक्ति की भारी उपस्थिति के लिए आभार व्यक्त किया।

संचलन के दौरान नगरवासियों ने घरों के आगे रंगोलियां बनाकर सजावट की और स्वयंसेवकों पर पुष्पवर्षा कर स्वागत किया। पूरा नगर भारत माता की जय और जय श्रीराम के घोष से गुंजायमान हो उठा।