डॉ. लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ तीसरी बार यूडीसीए अध्यक्ष निर्विरोध – उदयपुर क्रिकेट में नई शुरुआत
उदयपुर के मेवाड़ राजपरिवार के सदस्य डॉ. लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ तीसरी बार यूडीसीए अध्यक्ष निर्विरोध घोषित। बिना किसी विरोधी नामांकन के चुने गए, अब उदयपुर क्रिकेट में अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम और नई प्रतिभाओं को बढ़ावा मिलने की उम्मीद।
डॉ. लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ तीसरी बार यूडीसीए अध्यक्ष—उदयपुर क्रिकेट में नई उम्मीदों का उदय
उदयपुर। उदयपुर में क्रिकेट की दिशा और दशा एक बार फिर बदलने की ओर है। मेवाड़ के राजपरिवार से सम्बन्धित डॉ. लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ तीसरी बार उदयपुर डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट एसोसिएशन (यूडीसीए) के अध्यक्ष पद पर काबिज होने जा रहे हैं। सबसे अहम बात यह है कि अध्यक्ष पद के लिए किसी अन्य प्रत्याशी द्वारा नामांकन नहीं भरा गया, जिससे उनका निर्वाचन निर्विरोध तय हो गया। आधिकारिक घोषणा रविवार को चुनाव प्रक्रिया पूरी होते ही की जाएगी।
शनिवार को नाम वापसी की प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद विभिन्न क्लबों के प्रतिनिधियों और सदस्यों ने डॉ. लक्ष्यराज सिंह से मुलाकात की और अध्यक्ष पद पर निर्विरोध चयन के लिए अग्रिम बधाई दी।
मेवाड़ का क्रिकेट से गहरा नाता—तीन पीढ़ियों की विरासत
डॉ. लक्ष्यराज सिंह के नेतृत्व की सबसे बड़ी ताकत केवल उनका प्रशासनिक अनुभव ही नहीं, बल्कि क्रिकेट उनके परिवार की विरासत का हिस्सा है। मेवाड़ राजघराने ने राजस्थान क्रिकेट को शुरुआती दौर से आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
महाराणा भगवतसिंह – नींव रखने वाले
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डॉ. लक्ष्यराज सिंह के दादा महाराणा भगवतसिंह ने
1945 से 1962 तक राजपुताना और राजस्थान टीमों के लिए प्रथम श्रेणी क्रिकेट खेला। -
उन्होंने 31 मैचों में 826 रन और 8 विकेट दर्ज किए।
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राजस्थान क्रिकेट को नई ऊँचाइयों पर ले जाने के लिए उन्होंने
वीनू मांकड़, जीएस रामचंद्र, विजय मांजरेकर और सलीम दुर्रानी जैसे प्रमुख खिलाड़ियों को राजस्थान टीम से जोड़ा। -
एक समय ऐसा भी था जब राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन का संचालन उदयपुर से होता था।
अरविंदसिंह मेवाड़ – प्रोफेशनल खिलाड़ी
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डॉ. लक्ष्यराज सिंह के पिता अरविंदसिंह मेवाड़ ने सिर्फ नाम ही नहीं, बल्कि मैदान में भी राजस्थान का प्रतिनिधित्व किया।
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1961 से रणजी ट्रॉफी खेलना शुरू किया और 21 प्रथम श्रेणी मैचों में 610 रन बनाए, जिनमें 2 अर्धशतक शामिल थे।
ऐसे तीन पीढ़ियों के अनुभव और क्रिकेटीय दृष्टि ने मेवाड़ को क्रिकेट की दुनिया में अलग पहचान दी है।
नई पारी—उदयपुर क्रिकेट के बदलते भविष्य की शुरुआत
डॉ. लक्ष्यराज सिंह इससे पहले 2009 से 2017 तक दो कार्यकाल सफलतापूर्वक पूर्ण कर चुके हैं। उनके तीसरी बार अध्यक्ष बनने से उदयपुर क्रिकेट में कई बदलावों, विकास और बड़े प्रोजेक्ट्स की संभावनाएं फिर मजबूत हो गई हैं।
संभावित बड़े कदम
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अंतरराष्ट्रीय स्तर के क्रिकेट स्टेडियम का निर्माण कार्य, जो वर्षों से लंबित है, अब गति पकड़ सकता है।
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राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन में उनका प्रभाव बढ़ने से
उदयपुर में घरेलू और राष्ट्रीय स्तर के महत्वपूर्ण मैचों और टूर्नामेंटों की मेजबानी की संभावना प्रबल हो गई है। -
उदयपुर और आसपास के जिलों की नई क्रिकेट प्रतिभाओं को
बेहतर सुविधा, मजबूत प्लेटफॉर्म और प्रोफेशनल अवसर मिलने की उम्मीद है।
रविवार को होगी आधिकारिक घोषणा
यूडीसीए में रविवार को अन्य पदों के चुनाव संपन्न होंगे, जबकि अध्यक्ष पद के लिए डॉ. लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ का निर्विरोध चयन पहले से तय माना जा चुका है। चुनाव प्रक्रिया के पूर्ण होते ही उनका नाम औपचारिक रूप से घोषित कर दिया जाएगा।
उदयपुर क्रिकेट – एक नए अध्याय की दहलीज़ पर
मेवाड़ की क्रिकेट विरासत और नेतृत्व का इतिहास यह दर्शाता है कि
सक्रिय नेतृत्व और मजबूत योजना के आने पर उदयपुर क्रिकेट नए अध्याय की शुरुआत करने को तैयार है।
डॉ. लक्ष्यराज सिंह की यह तीसरी पारी यूडीसीए ही नहीं, बल्कि
पूरे दक्षिण राजस्थान के क्रिकेट परिदृश्य के लिए एक निर्णायक मोड़ साबित हो सकती है।



