उदयपुर घूमर महोत्सव 2025: गांधी ग्राउंड में 475 से अधिक प्रतिभागियों ने किया सांस्कृतिक प्रदर्शन
गांधी ग्राउंड, उदयपुर में संभाग स्तरीय घूमर महोत्सव का भव्य आयोजन हुआ। 475 से अधिक प्रतिभागियों ने पारंपरिक घूमर नृत्य की शानदार प्रस्तुतियों से राजस्थान की सांस्कृतिक विरासत को पुनः जीवंत किया। विजेताओं को विभिन्न श्रेणियों में नकद पुरस्कारों से सम्मानित किया गया।
‘काजळ टिकी लादयो ऐ माँ… घूमर रमवा म्हें जास्याँ’
गांधी ग्राउंड में संभाग स्तरीय घूमर महोत्सव का भव्य आयोजन, राजस्थान की लोक-सांस्कृतिक विरासत का जीवंत प्रदर्शन
उदयपुर, 19 नवंबर। राजस्थान की समृद्ध सांस्कृतिक पहचान और लोकनृत्य परंपरा को नए आयाम देते हुए बुधवार को गांधी ग्राउंड में संभाग स्तरीय विशाल घूमर महोत्सव का आयोजन किया गया। प्रदेश की उपमुख्यमंत्री श्रीमती दियाकुमारी की पहल पर जिला प्रशासन एवं पर्यटन विभाग के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित इस कार्यक्रम ने राजस्थान की पारंपरिक सांस्कृतिक गरिमा को एक बार फिर जीवंत कर दिया।

महोत्सव में रंगबिरंगी पारंपरिक पोशाकों में सजी सैकड़ों प्रतिभागी जब एक साथ घूमर की लय पर थिरकीं, तो वातावरण लोक-सुर, रंग और परंपरा से सराबोर हो उठा। किशोरियों से लेकर वरिष्ठ आयु वर्ग की महिलाओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और इस लोकनृत्य के अद्भुत सौंदर्य से दर्शकों का दिल जीत लिया।
475 से अधिक प्रतिभागियों ने बढ़ाई महोत्सव की शोभा
पर्यटन विभाग की संयुक्त निदेशक सुनीता सरोच ने बताया कि इस वर्ष के आयोजन में 475 से अधिक युवतियों और महिलाओं ने भाग लिया। महोत्सव ने न सिर्फ सांस्कृतिक एकता को मजबूत किया बल्कि लोककला को नई पीढ़ी के सामने आकर्षक रूप में प्रस्तुत भी किया।
अतिथियों ने किया विधिवत शुभारंभ
कार्यक्रम की शुरुआत विधिवत पूजा-अर्चना के साथ हुई। इस अवसर पर राज्यसभा सांसद चुन्नीलाल गरासिया, लोकसभा सांसद डॉ. मन्नालाल रावत, जिला प्रमुख ममता कुंवर पंवार, उदयपुर ग्रामीण विधायक फूलसिंह मीणा, उप जिला प्रमुख पुष्कर तेली, संभागीय आयुक्त प्रज्ञा केवलरमानी, नगर निगम पूर्व महापौर रजनी डांगी तथा कई गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे।
दिव्यांग बालिका दिया श्रीमाली बनी आकर्षण का केंद्र

हालांकि सभी प्रतिभागी जोश और उमंग से नृत्य प्रस्तुति दे रहे थे, लेकिन बड़गांव निवासी दिव्यांग बालिका ‘दिया श्रीमाली’ ने विशेष रूप से सभी का ध्यान आकर्षित किया। घूमर के प्रति अपने जुनून और भावपूर्ण प्रस्तुति से उन्होंने दर्शकों को भावुक कर दिया और खूब तालियां पाईं। दिया ने बताया कि बचपन से ही उन्हें घूमर से खास लगाव है और इस मंच ने उन्हें अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर दिया।
विजेताओं को मिला नकद सम्मान

प्रस्तुतियों के मूल्यांकन के बाद विभिन्न श्रेणियों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले प्रतिभागियों और समूहों को नकद पुरस्कार प्रदान किए गए। उपनिदेशक शिखा सक्सेना ने पुरस्कार विवरण साझा करते हुए बताया—
-
बेस्ट ग्रुप डांस:
विजेता – मेवाड़ के रंग (₹21,000)
उपविजेता – अलबेली घूमर ग्रुप (₹11,000) -
बेस्ट ग्रुप कॉस्ट्यूम:
विजेता – मेवाड़ के रंग (₹11,000)
उपविजेता – अलबेली घूमर ग्रुप (₹7,000) -
बेस्ट ग्रुप सिंक्रनाइजेशन:
विजेता – मीरा प्रकाश वर्मा फाउंडेशन
उपविजेता – मेवाड़ के रंग -
बेस्ट ज्वेलरी प्रस्तुति:
विजेता – मीरा प्रकाश वर्मा फाउंडेशन
उपविजेता – घूमर नायिका मीरा गर्ल्स कॉलेज -
बेस्ट कोरियोग्राफी:
विजेता – मेवाड़ के रंग
उपविजेता – रंगीला रिदम
सभी विजेताओं को क्रमशः 11 हजार एवं 7 हजार के नकद पुरस्कार प्रदान किए गए।
संस्कृति और गौरव का संगम

गांधी ग्राउंड में आयोजित यह महोत्सव न सिर्फ एक नृत्य प्रतियोगिता बल्कि राजस्थान की लोक-सांस्कृतिक आत्मा का दर्शन भी बना, जहां परंपरा, सौंदर्य, संगीत और उत्सव एक साथ दिखाई दिए।
महोत्सव के समापन पर आगंतुकों ने कहा कि ऐसे आयोजन प्रदेश की सांस्कृतिक पहचान, लोकनृत्य परंपरा और सामाजिक एकता को नई ऊर्जा प्रदान करते हैं।



