बकरी पालन में अपार संभावनाएं: पंजाब के प्रमुख शासन सचिव ने उदयपुर पशुपालन विभाग का किया अवलोकन

पंजाब सरकार के प्रमुख शासन सचिव राहुल भण्डारी ने उदयपुर पशुपालन विभाग का अवलोकन करते हुए बकरी पालन को ग्रामीणों के लिए सबसे सरल और सस्ता व्यवसाय बताया। श्वान उवाच पोस्टर का विमोचन, विभागीय योजनाओं व तकनीकी गतिविधियों की समीक्षा की।

बकरी पालन में अपार संभावनाएं: पंजाब के प्रमुख शासन सचिव ने उदयपुर पशुपालन विभाग का किया अवलोकन

बकरी पालन में अपार संभावनाएं, ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मिलेगा संबल
पंजाब सरकार के प्रमुख शासन सचिव ने किया उदयपुर पशुपालन विभाग का अवलोकन
‘श्वान उवाच’ पोस्टर का किया विमोचन

उदयपुर, 29 नवम्बर। पंजाब सरकार के पशुपालन विभाग के प्रमुख शासन सचिव राहुल भण्डारी ने शनिवार को उदयपुर प्रवास के दौरान पशुपालन विभाग उदयपुर का विस्तृत अवलोकन किया। उन्होंने विभागीय गतिविधियों की जानकारी लेते हुए कहा कि बकरी पालन वर्तमान समय में ग्रामीण पशुपालकों के लिए सबसे सरल, सुलभ और कम लागत वाला व्यवसाय है, जिसे अपनाकर ग्रामीण परिवार आर्थिक रूप से सशक्त बन सकते हैं। उन्होंने इसे बड़े पैमाने पर बढ़ावा देने की आवश्यकता पर जोर दिया। 

भण्डारी ने कहा कि बकरी पालन में आय के अनेक स्त्रोत मौजूद हैं और यह सभी आय वर्ग के पशुपालकों के लिए लाभकारी मॉडल है। उन्होंने विभाग द्वारा संचालित योजनाओं और तकनीकी गतिविधियों की सराहना करते हुए कहा कि अधिकारी स्वयं भी क्षेत्र में जाकर टीकाकरण, कृत्रिम गर्भाधान और तकनीकी सेवाओं में सक्रिय भूमिका निभाएं।

विभागीय गतिविधियों का निरीक्षण

अवलोकन के दौरान उन्होंने

  • पॉलिक्लिनिक,

  • क्षेत्रीय रोग निदान केन्द्र,

  • राजकीय पशुपालन प्रशिक्षण संस्थान

का निरीक्षण कर विभागीय योजनाओं, कृत्रिम गर्भाधान, सेक्स- सॉर्टेड सीमन, माइ너 सर्जरी, मंगला पशु बीमा योजना, एवं खुरपका-मुंहपका रोग नियंत्रण कार्यक्रम की प्रगति देखी। उन्होंने इन गतिविधियों पर संतोष व्यक्त करते हुए इन्हें गति देने के निर्देश दिए।

‘श्वान उवाच’ पोस्टर का विमोचन 

इस अवसर पर संस्थान द्वारा तैयार पोस्टर ‘श्वान उवाच’ का प्रमुख शासन सचिव द्वारा विमोचन किया गया। उन्होंने इसे जन-जागरूकता के लिए उपयोगी पहल बताते हुए इसकी सराहना की।

वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी

कार्यक्रम में अतिरिक्त निदेशक (क्षेत्र) डॉ. लक्ष्मी नारायण, संयुक्त निदेशक डॉ. सुरेश जैन, उपनिदेशक डॉ. सुरेन्द्र छंगाणी, वरिष्ठ पशुचिकित्सा अधिकारी डॉ. पदमा मील, डॉ. ओमप्रकाश साहू, डॉ. अनुपमा दीक्षित, डॉ. केदार वैष्णव, डॉ. सुरेश शर्मा, डॉ. रविन्द्र गोयल, डॉ. बसंल, डॉ. सविता मीणा, तथा राजेश व्यास, हिम्मत सिंह डुलावत, विजय गरासिया सहित अनेक अधिकारी उपस्थित रहे।