सूचना केंद्र भ्रमण में रोमांचित हुए द जूनियर स्टडी के नौनिहाल

द जूनियर स्टडी विद्यालय के नौनिहालों ने उदयपुर सूचना केंद्र के पुस्तकालय, वाचनालय और आर्काइव का शैक्षणिक भ्रमण किया। बच्चों ने उत्साह से पुस्तकें देखीं और सीख ली।

सूचना केंद्र भ्रमण में रोमांचित हुए द जूनियर स्टडी के नौनिहाल

सूचना केंद्र भ्रमण से रोमांचित हुए नौनिहाल

द जूनियर स्टडी विद्यालय के विद्यार्थियों ने किया पुस्तकालय एवं वाचनालय का अवलोकन**

उदयपुर, 08 दिसंबर। अध्ययन, ज्ञान और पुस्तकों के प्रति बच्चों में स्वाभाविक रुचि विकसित करने के उद्देश्य से द जूनियर स्टडी विद्यालय, अम्बावगढ़ का विद्यार्थी दल सोमवार को सहेली मार्ग स्थित सूचना केंद्र पहुँचा। कक्षा एक के इन नौनिहालों के लिए यह प्रेरणादायक एक्सपोज़र ट्रिप किसी रोमांच से कम नहीं रही। 

सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के उपनिदेशक एवं सूचना केंद्र प्रभारी अधिकारी गौरीकांत शर्मा ने बताया कि जैसे ही विद्यार्थी पुस्तकालय में प्रवेश हुए, उन्हें पुस्तकों की विविध और आकर्षक दुनिया देखकर अपार उत्साह हुआ। बच्चों ने सामान्य ज्ञान, विज्ञान, साहित्य, बाल कहानियों, बाल पत्रिकाओं सहित अनेक श्रेणियों की पुस्तकें देखीं और उनके बारे में सरल भाषा में जानकारी प्राप्त की।

वाचनालय में बच्चों को शांत वातावरण में अनुशासित अध्ययन प्रक्रिया से भी अवगत कराया गया। सूचना केंद्र के कर्मचारियों ने पुस्तकालय की कार्यप्रणाली, पुस्तकों के वर्गीकरण, उपयोग और संरक्षण के बारे में विद्यार्थियों को रोचक तरीके से जानकारी दी।

भ्रमण के अंत में जब बच्चों से उनके अनुभव पूछे गए, तो सभी ने उत्साहपूर्वक “बहुत अच्छा लगा” कहकर अपनी खुशी व्यक्त की। इस अवसर पर लेखाधिकारी जसवंत सिंह भाटी, सहायक प्रशासनिक अधिकारी वाचस्पति देराश्री, सूचना सहायक अशोक अटल, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी हीरा लाल शर्मा तथा कंप्यूटर ऑपरेटर भूपेंद्र पटेल भी उपस्थित रहे। सभी बच्चों को अंत में टॉफियां भी वितरित की गईं।


पुस्तकालय-वाचनालय के साथ आर्काइव का भी बढ़ रहा महत्व 

 

उपनिदेशक शर्मा ने बताया कि सूचना केंद्र में न केवल पुस्तकालय व वाचनालय उपलब्ध हैं, बल्कि प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे लगभग 150 अभ्यर्थियों को निःशुल्क बैठक व्यवस्था भी उपलब्ध करवाई जाती है। विविध भाषाओं में समाचार पत्र, पत्रिकाएं, क्रोनोलॉजी, ईयर बुक्स आदि भी अध्ययन हेतु निःशुल्क उपलब्ध रहते हैं।

प्रतिदिन 300 से अधिक पाठक यहां अध्ययन के लिए आते हैं। राज्य सरकार भी समय–समय पर विभिन्न विषयों पर प्रदर्शनियां आयोजित करती है।

सूचना केंद्र का आर्काइव अनुभाग भी विशेष आकर्षण का केंद्र है, जहां पिछले पाँच दशकों से भी अधिक पुराने समाचार पत्र धरोहर के रूप में सुरक्षित रखे जा रहे हैं। आमजन कार्यालय समय में इन ऐतिहासिक संग्रहों का अवलोकन कर सकते हैं। 


समापन

इस शैक्षणिक भ्रमण ने नन्हे विद्यार्थियों को न केवल पुस्तकालय और वाचनालय की अनुशासित अध्ययन संस्कृति से परिचित करवाया, बल्कि पुस्तकों के प्रति उनके मन में जिज्ञासा और लगाव भी बढ़ाया। ऐसे अनुभवात्मक भ्रमण बच्चों के सर्वांगीण विकास में अहम भूमिका निभाते हैं।