उदयपुर जिले में एसआईआर अभियान की शुरुआत — 1936 बीएलओ घर-घर पहुंचकर गणना प्रपत्र वितरित करेंगे

उदयपुर जिले में विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) अभियान की शुरुआत हो गई है। जिले के सभी सात विधानसभा क्षेत्रों में 1936 बीएलओ घर-घर जाकर मतदाताओं से गणना प्रपत्र भरवा रहे हैं। यह अभियान 4 नवम्बर से 4 दिसम्बर तक चलेगा, जिसका उद्देश्य मतदाता सूचियों का अद्यतन और सत्यापन करना है।

उदयपुर जिले में एसआईआर अभियान की शुरुआत — 1936 बीएलओ घर-घर पहुंचकर गणना प्रपत्र वितरित करेंगे

उदयपुर जिले में विशेष मतदाता पुनरीक्षण अभियान की शुरुआत — घर-घर पहुंचेंगे 1936 बीएलओ, गणना प्रपत्र वितरण आज से 

उदयपुर जिले में मतदाता सूचियों के विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान (Special Intensive Revision - SIR) की शुरुआत मंगलवार से हो रही है। इस अभियान के तहत जिले के सभी सात विधानसभा क्षेत्रों में कुल 1936 बूथ लेवल अधिकारी (BLO) घर-घर जाकर मतदाताओं से संपर्क करेंगे और गणना प्रपत्र वितरित करेंगे।

सोमवार को सभी उपखण्ड मुख्यालयों पर निर्वाचन रजिस्ट्रेशन अधिकारियों (ERO) के निर्देशन में बीएलओ को आवश्यक प्रशिक्षण दिया गया। इसके बाद अब 4 नवम्बर से 4 दिसम्बर 2025 तक घर-घर सर्वेक्षण कार्य किया जाएगा। 

गणना प्रपत्र वितरण और प्रक्रिया

प्रत्येक बीएलओ मतदाताओं के घर जाकर दो प्रतियों में गणना प्रपत्र भरवाएंगे, जिसमें से एक प्रति मतदाता के पास रसीद के रूप में रहेगी।
जिले में 27 अक्टूबर 2025 की स्थिति के अनुसार कुल 19 लाख 62 हजार 340 मतदाता दर्ज हैं। अब इन सभी मतदाताओं की जानकारी को अद्यतन और सत्यापित करने के लिए यह विशेष अभियान चलाया जा रहा है।

क्या है गणना प्रपत्र

भारत निर्वाचन आयोग ने इस वर्ष गणना प्रपत्र को और सरल बना दिया है। अब यह सिंगल पेज फॉर्मेट में है, जिसमें मतदाता की नाम, ईपिक नंबर, पता, भाग संख्या, क्रमांक और फोटो पहले से भरे हुए रहते हैं।
बीएलओ घर-घर जाकर यह प्रपत्र देंगे और मतदाताओं को इसे भरने में सहायता करेंगे।

मतदाताओं को इस फॉर्म में निम्न जानकारियाँ भरनी होंगी:

  • जन्म तिथि

  • आधार संख्या (वैकल्पिक)

  • पिता या अभिभावक का नाम व ईपिक नंबर (वैकल्पिक)

  • माता का नाम व ईपिक नंबर (वैकल्पिक)

  • मोबाइल नंबर

  • एक नवीनतम रंगीन पासपोर्ट साइज फोटो

परिवार मैपिंग की व्यवस्था

जिन मतदाताओं का नाम पिछले SIR में शामिल नहीं था, लेकिन उनके परिवार के सदस्य (माता-पिता, दादा-दादी, नाना-नानी आदि) का नाम सूची में था, उनके लिए मैपिंग प्रक्रिया की जाएगी। यानी गणना प्रपत्र में पारिवारिक विवरण भरकर संबंधित मतदाता का रिकॉर्ड जोड़ा जाएगा। 

उद्देश्य 

इस विशेष पुनरीक्षण अभियान का उद्देश्य है—

  • प्रत्येक योग्य नागरिक का नाम मतदाता सूची में सुनिश्चित करना

  • गलत या डुप्लीकेट प्रविष्टियों को हटाना

  • पता परिवर्तन, नाम संशोधन या मृत मतदाताओं की जानकारी को अपडेट करना

जिला निर्वाचन विभाग ने सभी नागरिकों से अपील की है कि वे अपने घर पहुंचने वाले बीएलओ को सही जानकारी दें और समय पर गणना प्रपत्र भरकर मतदाता सूची में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें।