उदयपुर सूचना केंद्र में जिला विकास व जनजातीय गौरव प्रदर्शनी का शुभारंभ | TAD मंत्री बाबूलाल खराड़ी
उदयपुर सूचना केंद्र में दो दिवसीय जिला विकास एवं जनजातीय गौरव प्रदर्शनी का शुभारंभ TAD मंत्री बाबूलाल खराड़ी और सांसद डॉ. मन्नालाल रावत ने किया। प्रदर्शनी में जनजातीय नायकों की गाथा और सरकार की विकास योजनाओं को आकर्षक रूप में प्रदर्शित किया गया।
सूचना केंद्र में दो दिवसीय जिला विकास एवं जनजातीय गौरव प्रदर्शनी का शुभारंभ
जनजाति नायकों की गाथा और प्रदेश में हुए विकास कार्यों का आकर्षक प्रदर्शन
उदयपुर, 14 नवंबर। भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती एवं जनजातीय गौरव वर्ष पखवाड़े के तहत शुक्रवार को सूचना केंद्र, उदयपुर में दो दिवसीय जिला विकास एवं जनजातीय गौरव प्रदर्शनी का शुभारंभ जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग (TAD) मंत्री श्री बाबूलाल खराड़ी एवं सांसद डॉ. मन्नालाल रावत ने संयुक्त रूप से मौली खोलकर किया। इस अवसर पर संभागीय आयुक्त सुश्री प्रज्ञा केवलरमानी एवं अतिरिक्त जिला कलेक्टर (प्रशासन) दीपेंद्र सिंह राठौड़ भी उपस्थित रहे।

प्रदर्शनी में जनजातीय विकास की झलक, नायकांे की वीर गाथा
अतिथियों के स्वागत के दौरान जनसंपर्क उपनिदेशक गौरीकांत शर्मा ने प्रदर्शनी की अवधारणा एवं विभिन्न सेक्शनों की जानकारी साझा की। उन्होंने बताया कि प्रदर्शनी में केंद्र और राज्य सरकार द्वारा जनजातीय क्षेत्रों के उत्थान के लिए संचालित योजनाओं, शिक्षा-विस्तार, स्वास्थ्य ढांचे के सुदृढ़ीकरण, रोजगार सृजन और आधारभूत सुविधाओं को आकर्षक विजुअल पैनलों के माध्यम से प्रस्तुत किया गया है।
प्रदर्शनी में राणा पुंजा, गोविंद गुरु, कालीबाई, टांटिया भील सहित देशभर के जनजातीय नायकों की संक्षिप्त जीवनी और उनके योगदान को भी प्रमुखता से दर्शाया गया है। विभिन्न थीम-आधारित सेक्शन युवाओं के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र बने रहे।

विद्यार्थियों में विशेष उत्साह, विकास कार्यों को समझने का अवसर
प्रदर्शनी के पहले दिन बड़ी संख्या में विद्यार्थी, युवा और आमजन ने पहुंचकर जनजातीय नायकों की संघर्षगाथाओं एवं राज्य में हुए परिवर्तनकारी विकास कार्यों को नज़दीक से जाना। कॉलेज विद्यार्थियों ने कहा कि इस तरह की प्रदर्शनी प्रेरणादायक है और जनजातीय इतिहास से जुड़ने का अवसर प्रदान करती है।
इस दौरान उपायुक्त टीएडी निरमा विश्नोई, अतिरिक्त निदेशक सांख्यिकी ज्योति मेहता, संयुक्त निदेशक कॉलेज शिक्षा सतीश आचार्य, जनसंपर्क अधिकारी विपुल शर्मा, सहायक जनसंपर्क अधिकारी विनय कुमार सोमपुरा, जयेश पण्डया सहित कई अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।

वाचनालय का अवलोकन, प्रतियोगी छात्रों से किया संवाद
प्रदर्शनी के बाद मंत्री श्री खराड़ी ने सूचना केंद्र परिसर स्थित वाचनालय का भी अवलोकन किया और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्रों से संवाद किया। उन्होंने वाचनालय की व्यवस्थाओं की सराहना करते हुए निर्देश दिया कि यहां से चयनित होने वाले अभ्यर्थियों का डेटाबेस भी तैयार किया जाए, जिससे अन्य विद्यार्थियों को प्रेरणा मिल सके।
उन्होंने विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करते हुए कहा—
“मन लगाकर पढ़ाई करें, अपने सपनों को पूरा करें। राज्य सरकार आपके उत्थान के लिए पूरी तरह संवेदनशील और प्रतिबद्ध है।”
दो दिवसीय प्रदर्शनी आमजन के लिए खुली रहेगी, जिसमें जनजातीय विकास और गौरवमयी इतिहास की विस्तृत जानकारी प्रस्तुत की जाएगी।



