मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवीन महाजन ने की विशेष गहन पुनरीक्षण की समीक्षा | राजस्थान में मतदाता सूची मैपिंग 85% लक्ष्य
राजस्थान के मुख्य निर्वाचन अधिकारी श्री नवीन महाजन ने विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) कार्यक्रम की जिलेवार समीक्षा की। बैठक में बीएलओ प्रशिक्षण, मतदाता सूची मैपिंग, शहरी निर्वाचन प्रबंधन और राजनीतिक दलों की सहभागिता पर विस्तृत चर्चा हुई।
उदयपुर समाचार | बुधवार, 29 अक्टूबर 2025
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने विशेष गहन पुनरीक्षण कार्यक्रम की तैयारियों की समीक्षा — 7 जिलों के नगर निगम आयुक्त बने अतिरिक्त जिला निर्वाचन अधिकारी
जयपुर/उदयपुर। राजस्थान में आगामी निर्वाचन प्रक्रियाओं की पारदर्शिता और सुचारु संचालन सुनिश्चित करने के उद्देश्य से मुख्य निर्वाचन अधिकारी श्री नवीन महाजन ने बुधवार को विशेष गहन पुनरीक्षण (Special Intensive Revision - SIR) कार्यक्रम को लेकर सभी जिलों की तैयारी की विस्तृत समीक्षा की। यह प्रक्रिया 28 अक्टूबर 2025 से 7 फरवरी 2026 तक चलेगी।
श्री महाजन ने शासन सचिवालय, जयपुर से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी संभागीय आयुक्तों और जिला निर्वाचन अधिकारियों से संवाद किया। इस अवसर पर भारत निर्वाचन आयोग के प्रतिनिधि एवं उप निर्वाचन आयुक्त श्री भानू प्रकाश अटरू भी उपस्थित रहे। उदयपुर से संभागीय आयुक्त प्रज्ञा केवलरमानी, उप जिला निर्वाचन अधिकारी दीपेंद्र सिंह राठौड़, तथा सभी सात विधानसभा क्षेत्रों के ईआरओ और एईआरओ बैठक में शामिल हुए।

???? बीएलओ और पर्यवेक्षकों का प्रशिक्षण मुख्य प्राथमिकता
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि बीएलओ (बूथ लेवल ऑफिसर) इस प्रक्रिया की सबसे महत्वपूर्ण कड़ी हैं। उन्होंने बताया कि सभी बीएलओ और पर्यवेक्षकों का प्रशिक्षण पूरा कर लिया गया है, और अब नए दिशा-निर्देशों के अनुरूप रिफ्रेशर सत्र आयोजित किए जाएंगे।
उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि बीएलओ प्रतिदिन अपनी कार्य प्रगति का अभिलेखन करें, जिससे पर्यवेक्षण प्रणाली अधिक सशक्त बन सके। इसके साथ ही वॉलंटियर्स और हेल्पडेस्क कर्मियों का प्रशिक्षण भी शीघ्र संपन्न किया जाएगा।
???? बीएलओ के लिए नई एडवाइजरी जारी
एसआईआर प्रक्रिया के दौरान बीएलओ को अपना पहचान पत्र पहनकर कार्य करने, प्रपत्रों का समय पर निस्तारण, और बीएलओ एप पर सभी सूचनाओं का नियमित अपडेट करने के निर्देश दिए गए हैं। बीएलओ को बूथ लेवल एजेंट (BLA) के साथ समन्वय में कार्य करने की सलाह दी गई है।
???? मतदाता सूचियों की मैपिंग 85% तक पहुंचाने का लक्ष्य
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि सभी राज्यों की मतदाता सूचियां मुख्य निर्वाचन अधिकारी की वेबसाइट पर अपलोड कर दी गई हैं।
उन्होंने निर्देश दिए कि पूर्व एसआईआर की मतदाता सूची में दर्ज नामों को वर्तमान मतदाताओं के पारिवारिक संबंधों के साथ वंशावली मानचित्रण (Family Mapping) के माध्यम से जोड़ा जाए।
अब तक राजस्थान में 70% मतदाताओं की मैपिंग पूरी हो चुकी है, जिसे जल्द ही 85% तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है। इस प्रक्रिया से दस्तावेज़ सत्यापन की आवश्यकता काफी कम हो जाएगी।

???? शहरी क्षेत्रों में सुविधा बढ़ाने के लिए नई नियुक्तियाँ
श्री महाजन ने बताया कि शहरी मतदाताओं की सुविधा के लिए जयपुर, जोधपुर, कोटा, अजमेर, उदयपुर, बीकानेर और भरतपुर के नगर निगम आयुक्तों को अतिरिक्त जिला निर्वाचन अधिकारी (Additional DEO) नियुक्त किया गया है।
इस निर्णय से अर्बन एपेथी (Urban Apathy) यानी शहरी क्षेत्रों में मतदाता भागीदारी की कमी से निपटने में मदद मिलेगी।
???? राजनीतिक दलों और मीडिया की भूमिका होगी अहम
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों को निर्देश दिए कि मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों को एसआईआर की पूरी प्रक्रिया से अवगत कराया जाए और उनकी सक्रिय सहभागिता सुनिश्चित की जाए।
उन्होंने कहा कि जिला स्तर पर गठित मीडिया सेल सतर्कता से कार्य करें, और केवल जिला निर्वाचन अधिकारी ही आधिकारिक प्रवक्ता के रूप में प्रेस ब्रीफिंग दें।
इसके साथ ही विद्यालयों, महाविद्यालयों और पंचायत स्तर पर ऑनलाइन आवेदन एवं मतदाता जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश दिए गए।
महिला मतदाताओं को प्रेरित करने हेतु स्वयं सहायता समूहों और राजसखी नेटवर्क को भी जोड़ा जाएगा।
???? संवैधानिक जागरूकता पर जोर
बैठक के अंत में उप निर्वाचन आयुक्त श्री भानू प्रकाश अटरू ने सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों को निर्देशित किया कि मतदाताओं की अधिकतम मैपिंग सुनिश्चित की जाए और निर्वाचन कार्य में जुड़े अधिकारी-कर्मचारी संवैधानिक प्रावधानों से भली-भांति परिचित हों।



