उदयपुर पुलिस की बड़ी सफलता | चोरी व गुम हुए 50 लाख कीमत के 307 मोबाइल बरामद | CEIR पोर्टल से मिली मदद
उदयपुर पुलिस ने एसपी योगेश गोयल के निर्देशन में बड़ी कार्रवाई करते हुए चोरी और गुम हुए 307 मोबाइल फोन बरामद किए। बरामद मोबाइलों की कीमत करीब 50 लाख रुपये आंकी गई है। CEIR पोर्टल के माध्यम से मोबाइल ट्रैस कर मालिकों को सुपुर्द किए गए।
उदयपुर पुलिस की बड़ी कार्रवाई: चोरी व गुम हुए 50 लाख कीमत के 307 मोबाइल बरामद, मालिकों को किए सुपुर्द
उदयपुर। जिला पुलिस अधीक्षक श्री योगेश गोयल के निर्देशन में उदयपुर पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल की है। पुलिस ने चोरी व गुम हुए कुल 307 मोबाइल फोन बरामद कर उनके असली मालिकों को सुपुर्द किए। बरामद मोबाइलों की बाजार कीमत करीब 50 लाख रुपये आंकी गई है।
???? विशेष अभियान से मिली सफलता
एसपी गोयल के निर्देश पर CEIR (Central Equipment Identity Register) पोर्टल पर दर्ज शिकायतों को ट्रैस करने हेतु एक विशेष अभियान चलाया गया। इस अभियान के तहत अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (मुख्यालय) श्री गोपाल स्वरूप मेवाड़ा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहर) श्री उमेश ओझा, एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (खेरवाड़ा) श्रीमती अंजना सुखवाल के सुपरविजन में जिले के सभी वृताधिकारियों की टीमों ने समन्वय के साथ कार्रवाई की।
इन टीमों ने राजस्थान सहित कई अन्य राज्यों से मोबाइलों को ट्रैस किया और सफलतापूर्वक बरामद किया। जब इन मोबाइलों को उनके असली मालिकों को लौटाया गया तो उनके चेहरे खुशी से खिल उठे।

???? CEIR पोर्टल से मिलेगी सुविधा
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि नागरिक अब www.ceir.gov.in पोर्टल के माध्यम से अपने चोरी या गुम हुए मोबाइल फोन की रिपोर्ट ऑनलाइन दर्ज कर सकते हैं। मोबाइल का IMEI नंबर दर्ज करने पर पुलिस उसे ट्रैस कर सकती है और बरामदगी की संभावना बढ़ जाती है।
पुलिस ने आमजन से अपील की है कि मोबाइल खोने पर तुरंत CEIR पोर्टल पर शिकायत दर्ज करवाएं, ताकि कार्रवाई शीघ्र की जा सके।
???? वृतवार बरामद मोबाइलों का विवरण
| क्रम | वृत का नाम | बरामद मोबाइल |
|---|---|---|
| 01 | नगर पूर्व | 78 |
| 02 | नगर पश्चिम | 47 |
| 03 | गिर्वा | 29 |
| 04 | झाड़ोल | 96 |
| 05 | ऋषभदेव | 10 |
| 06 | वल्लभनगर | 08 |
| 07 | मावली | 10 |
| 08 | कोटड़ा | 29 |
| कुल | 307 |
???? “आमजन में विश्वास, अपराधियों में भय”
उदयपुर पुलिस का यह अभियान न केवल तकनीकी दक्षता का उदाहरण है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि पुलिस आम नागरिकों की संपत्ति की सुरक्षा को लेकर कितनी संवेदनशील है।
“आमजन में विश्वास, अपराधियों में भय” — इस ध्येय को साकार करने की दिशा में यह कार्रवाई एक और मजबूत कदम है।



