जनजाति गौरव वर्ष 2025 : विद्यार्थियों ने जानी भगवान बिरसा मुंडा के संघर्ष और स्वाभिमान की प्रेरक कहानी | Rajasthan News
राजस्थान में जनजाति गौरव वर्ष 2025 के तहत प्रदेशभर के विद्यालयों में विद्यार्थियों ने भगवान बिरसा मुंडा के जीवन, संघर्ष और समाज सुधार कार्यों को जाना। निबंध, पोस्टर और भाषण प्रतियोगिताओं के माध्यम से बच्चों ने बिरसा मुंडा के आदर्शों को सजीव किया।
जनजाति गौरव वर्ष 2025 : विद्यार्थियों ने जानी भगवान बिरसा मुंडा के संघर्ष और स्वाभिमान की प्रेरक कहानी
प्रदेशभर के विद्यालयों में निबंध, पोस्टर और भाषण प्रतियोगिताओं का आयोजन, बच्चों ने सीखी समाज सेवा और राष्ट्रप्रेम की सीख
उदयपुर, 3 नवम्बर 2025।
भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के उपलक्ष में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की पहल पर पूरे देश में मनाए जा रहे जनजाति गौरव वर्ष 2025 के तहत राजस्थान में भी विशेष कार्यक्रमों की श्रृंखला जारी है। मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा के निर्देशन में आयोजित इस 15 दिवसीय जनजागरण अभियान के तीसरे दिन प्रदेशभर के राजकीय विद्यालयों में विद्यार्थियों ने भगवान बिरसा मुंडा के जीवन, संघर्ष और समाज सुधार कार्यों को जाना।

जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग और माध्यमिक शिक्षा विभाग के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित इस विशेष कार्यक्रम में विद्यालयों की प्रार्थना सभा के दौरान बच्चों को बिरसा मुंडा के स्वाभिमान, नेतृत्व क्षमता और स्वतंत्रता संग्राम में योगदान की प्रेरक कहानियां सुनाई गईं।
जनजाति क्षेत्रीय विकास मंत्री श्री बाबूलाल खराड़ी तथा आयुक्त के.एल. स्वामी के निर्देशन में यह अभियान प्रदेश के सभी जनजातीय क्षेत्रों में जोश और श्रद्धा के साथ मनाया गया।

प्रार्थना सभा के बाद विद्यालयों में निबंध लेखन, पोस्टर निर्माण और भाषण प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं। बालक-बालिकाओं ने भगवान बिरसा मुंडा के आदर्शों को अपने शब्दों और रंगों में सजीव रूप से प्रस्तुत किया। विद्यालय प्राचार्यों और शिक्षकों ने बताया कि इस प्रकार के आयोजन विद्यार्थियों में राष्ट्रप्रेम, समाज सेवा और सांस्कृतिक पहचान के प्रति गर्व की भावना को प्रोत्साहित करते हैं।

कार्यक्रम के दौरान शिक्षकों ने विद्यार्थियों को बताया कि भगवान बिरसा मुंडा का जीवन यह सिखाता है कि कठिन संघर्ष, समर्पण और परिश्रम से ही अपने अधिकारों की रक्षा की जा सकती है।
जनजातीय समाज की अस्मिता और सम्मान के प्रतीक बिरसा मुंडा की विचारधारा आज भी युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत है।



