सैटेलाइट चिकित्सालय हिरणमगरी को राष्ट्रीय “लक्ष्य” प्रमाणन | उदयपुर का पहला सरकारी अस्पताल मातृत्व सेवाओं में सम्मानित

उदयपुर के सैटेलाइट चिकित्सालय हिरणमगरी ने मातृत्व सेवाओं में उत्कृष्ट गुणवत्ता और सम्मानजनक देखभाल के लिए भारत सरकार का राष्ट्रीय “लक्ष्य” (LaQshya) प्रमाणन हासिल किया। यह सम्मान पाने वाला उदयपुर का पहला राजकीय अस्पताल बना है।

सैटेलाइट चिकित्सालय हिरणमगरी को राष्ट्रीय “लक्ष्य” प्रमाणन | उदयपुर का पहला सरकारी अस्पताल मातृत्व सेवाओं में सम्मानित

???? सैटेलाइट चिकित्सालय हिरणमगरी की बड़ी उपलब्धि — मातृत्व सेवाओं में उत्कृष्ट गुणवत्ता के लिए मिला राष्ट्रीय “लक्ष्य” प्रमाणन

उदयपुर का पहला राजकीय अस्पताल बना जिसे मिला यह सम्मान | मातृत्व और नवजात देखभाल में गुणवत्ता व सम्मानजनक सेवाओं के लिए राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता

उदयपुर, 2 नवंबर 2025।
हिरणमगरी स्थित राजकीय सैटेलाइट चिकित्सालय ने मातृत्व सेवाओं के क्षेत्र में बड़ी उपलब्धि हासिल की है। अस्पताल को भारत सरकार के “लक्ष्य (LaQshya)” कार्यक्रम के तहत राष्ट्रीय प्रमाणन प्राप्त हुआ है। यह उपलब्धि हासिल करने वाला उदयपुर का पहला राजकीय अस्पताल बन गया है, जिससे जिले की स्वास्थ्य सेवाओं को नई पहचान मिली है।

???? राष्ट्रीय स्तर पर गुणवत्ता की पुष्टि

अधीक्षक डॉ. राहुल जैन ने बताया कि 17 अक्टूबर को दिल्ली से आई विशेषज्ञ टीम — डॉ. सीमा चोपड़ा और डॉ. प्रीति मदान — ने अस्पताल का विस्तृत मूल्यांकन किया। टीम ने अस्पताल के बुनियादी ढांचे, उपकरण, मानव संसाधन, गुणवत्ता प्रक्रियाएं और प्रसूता महिलाओं की सम्मानजनक देखभाल के मानकों की गहन समीक्षा की।

निरीक्षण के दौरान लेबर रूम, जनाना वार्ड, ऑपरेशन थिएटर, प्रयोगशाला की कार्यकुशलता, स्टाफ की दक्षता और मरीजों की प्रतिक्रिया के आधार पर रिपोर्ट तैयार की गई।
अस्पताल की स्वच्छता व्यवस्था, ऑनलाइन क्यूआर फीडबैक सिस्टम, शौचालय सफाई निगरानी प्रणाली, “सेतु रेफरल सिस्टम” और कलर कोड के अनुसार बेडशीट बदलने की व्यवस्था की विशेष सराहना की गई।  

???? सीमित संसाधनों में भी उत्कृष्ट सेवाएं

अधीक्षक डॉ. जैन ने बताया कि प्रतिदिन 3 से 5 डिलीवरी के बावजूद अस्पताल में गुणवत्तापूर्ण मातृत्व सेवाएं देना प्राथमिकता रही है।
डॉ. अनुज शर्मा और डॉ. संगीता, जो स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ हैं, के निर्देशन में निरीक्षण कार्य सम्पन्न हुआ।

???? तीन वर्षों तक मिलेगा आर्थिक प्रोत्साहन

राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक (NQAS) के अंतर्गत प्रमाणित संस्थानों को 6 लाख रुपये का वार्षिक आर्थिक प्रोत्साहन तीन वर्षों तक प्रदान किया जाता है। इस प्रमाणीकरण से उदयपुर जिले की स्वास्थ्य सेवाओं की विश्वसनीयता और प्रेरक छवि को नया आयाम मिला है।

???? क्या है “लक्ष्य” कार्यक्रम?

“लक्ष्य” यानी Labour Room Quality Improvement Initiative, भारत सरकार का एक राष्ट्रीय कार्यक्रम है।
इसका उद्देश्य है —

  • प्रसूति एवं नवजात सेवाओं की गुणवत्ता को बढ़ाना

  • मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाना

  • महिलाओं को सम्मानजनक और सुरक्षित प्रसव सेवा प्रदान करना

प्रमाणन के लिए अस्पतालों का मूल्यांकन बुनियादी ढांचे, स्वच्छता, प्रशिक्षण, मरीजों के अनुभव और गुणवत्ता मानकों पर आधारित होता है।

???? भविष्य की दिशा

डॉ. जैन ने बताया,

“हमारी टीम ने मातृत्व सेवाओं की गुणवत्ता सुधारने के लिए लगातार मेहनत की है। आने वाले समय में हम लैप्रोस्कोपिक सर्जरी जैसी उन्नत सुविधाएं भी शुरू करेंगे, ताकि मरीजों को और बेहतर उपचार मिल सके।”

वर्तमान में अस्पताल में हर माह लगभग 130 डिलीवरी और 60 मेजर ऑपरेशन (सीजेरियन, हिस्टरेक्टमी आदि) किए जाते हैं।

???? निरीक्षण के दौरान उपस्थित

अधीक्षक डॉ. राहुल जैन, डॉ. देवेश गुप्ता (प्रमुख चिकित्सा अधिकारी), डॉ. नरेंद्र देवल (उप नियंत्रक), डॉ. सीमा जैन (ओटी प्रभारी), रतनलाल सोलंकी (नर्सिंग अधीक्षक) और श्री रमेश आमेटा (नर्सिंग अधीक्षक) निरीक्षण के दौरान उपस्थित रहे।