किशोरी बालिकाओं ने किया महिला थाना और आईआईएम उदयपुर का शैक्षणिक भ्रमण | बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना उदयपुर
उदयपुर में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के तहत गोगुंदा, गिर्वा और मावली ब्लॉक की 60 किशोरी बालिकाओं ने महिला थाना और आईआईएम उदयपुर का शैक्षणिक भ्रमण किया। बालिकाओं को महिला सुरक्षा, उद्यमिता, और उच्च शिक्षा के अवसरों की दी गई जानकारी।
 
                                उदयपुर समाचार | 30 अक्टूबर 2025
किशोरी बालिकाओं ने किया महिला थाना व आईआईएम उदयपुर का शैक्षणिक भ्रमण, जाना महिला सुरक्षा और उच्च शिक्षा का महत्व 

उदयपुर। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के तहत जिले की किशोरी बालिकाओं को जागरूकता और सशक्तिकरण से जोड़ने के उद्देश्य से गुरुवार को महिला अधिकारिता विभाग, उदयपुर द्वारा एक विशेष शैक्षणिक भ्रमण कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर जिले के गोगुंदा, गिर्वा और मावली ब्लॉक की करीब 60 किशोरी बालिकाओं और साथिनों ने महिला थाना और भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम) उदयपुर का दौरा किया।
कार्यक्रम की शुरुआत महिला थाना, उदयपुर के भ्रमण से हुई, जहां बालिकाओं को पुलिस विभाग की कार्यप्रणाली, महिला सुरक्षा के कानूनी प्रावधानों और महिला संरक्षण उपायों की जानकारी दी गई। महिला संरक्षण एवं सलाह केंद्र की परामर्शदाता पुष्पलता और कुलाशा ने घरेलू हिंसा से जुड़े मामलों की प्रक्रिया और सहायता सेवाओं के बारे में विस्तार से बताया। बालिकाओं ने महिला थाने में कार्यरत अधिकारियों से बातचीत कर आत्मरक्षा और कानूनी जागरूकता से जुड़े कई प्रश्न भी पूछे।
इसके बाद बालिकाओं ने आईआईएम उदयपुर का दौरा किया, जहां उन्हें उच्च शिक्षा और स्टार्टअप्स की दुनिया से रूबरू कराया गया। आईआईएम के वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी उदय भास्कर ने बालिकाओं को संस्थान के इनक्यूबेशन सेंटर के कार्य और उद्देश्य के बारे में बताया। उन्होंने समझाया कि यह सेंटर युवाओं को नवाचार और उद्यमिता की दिशा में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता है तथा उन्हें कार्यालय स्थान, मार्गदर्शन, नेटवर्किंग और निवेशकों से जोड़ने में सहयोग प्रदान करता है। 

आईआईएम के सहायक प्रशासनिक अधिकारी गजेंद्र सिंह राणावत ने बालिकाओं को संस्थान की प्रवेश प्रक्रिया, अध्ययन प्रणाली, पुस्तकालय, क्लासरूम और अकादमिक गतिविधियों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने छात्र जीवन में अनुशासन, लगन और निरंतर प्रयास के महत्व पर भी प्रकाश डाला।
महिला अधिकारिता विभाग के उपनिदेशक संजय जोशी ने बालिकाओं को संबोधित करते हुए कहा कि “हर बालिका में असीम संभावनाएं हैं, बस जरूरत है आत्मविश्वास और सतत प्रयास की। असफलता से डरने के बजाय उससे सीखकर आगे बढ़ना ही सफलता की कुंजी है।” उन्होंने बेटियों को उच्च लक्ष्य निर्धारित कर समाज में अपनी पहचान बनाने के लिए प्रेरित किया।
भ्रमण कार्यक्रम में पूजा पाटीदार, जेंडर स्पेशलिस्ट विमला वीरवाल सहित महिला अधिकारिता विभाग की टीम मौजूद रही।
यह भ्रमण न केवल बालिकाओं के लिए सीखने का अवसर बना, बल्कि उन्हें महिला सुरक्षा, उच्च शिक्षा और आत्मनिर्भरता के महत्व को समझने का सशक्त मंच भी प्रदान किया।
 
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