उदयपुर रत्नागिरी पहाड़ी पर 76वां जिला स्तरीय वन महोत्सव: ‘एक पेड़ मां के नाम’ से महकी हरियाली
उदयपुर के रत्नागिरी पहाड़ी पर 76वां जिला स्तरीय वन महोत्सव धूमधाम से मनाया गया। जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों ने ‘एक पेड़ मां के नाम’ के तहत पौधारोपण किया। जानें पूरा विवरण।
उदयपुर, 27 जुलाई 2025।
हरियाली तीज के पावन अवसर पर राजस्थानभर में हरित क्रांति की अलख जगाते हुए 76वां जिला स्तरीय वन महोत्सव आयोजित किया गया। उदयपुर जिले का यह विशेष आयोजन भुवाणा क्षेत्र स्थित रत्नागिरी पहाड़ी पर संपन्न हुआ, जहां एक साथ 650 पौधे लगाए गए और कार्यक्रम का मुख्य संदेश था – "एक पेड़ मां के नाम, जीवन के नाम एक संकल्प।"
कार्यक्रम में रिमझिम फुहारों ने प्राकृतिक सहयोग देकर आयोजन को और भी विशेष बना दिया। यह आयोजन उदयपुर विकास प्राधिकरण (UDA) और वन विभाग के संयुक्त प्रयास से सम्पन्न हुआ।
समारोह के प्रमुख बिंदु:
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उदयपुर ग्रामीण विधायक श्री फूल सिंह मीणा ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के अभियान से प्रेरणा लेकर मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व को सराहा और राजस्थान को हराभरा बनाने के संकल्प को दोहराया।
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जिला प्रभारी सचिव श्री टी. रविकांत ने कहा कि यह कार्यक्रम सिर्फ वृक्षारोपण नहीं बल्कि प्रकृति के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने का अवसर है।
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जिला कलेक्टर श्री नमित मेहता ने रत्नागिरी पहाड़ी को स्मृति वन के रूप में विकसित करने का प्रस्ताव दिया, ताकि लोग अपने प्रियजनों की स्मृति में पौधारोपण कर सकें।
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यूडीए आयुक्त श्री राहुल जैन ने बताया कि यह पहाड़ी पहले बंजर थी, जिसे अब एक "ऑक्सीजन पॉकेट" के रूप में विकसित किया गया है।
शामिल रहे ये जनप्रतिनिधि और अधिकारी:
इस अवसर पर अनेक विशिष्ट जन उपस्थित रहे, जिनमें शामिल हैं –
श्री फूल सिंह मीणा (विधायक), श्री टी रविकांत (प्रभारी सचिव), सुश्री प्रज्ञा केवल रमानी (संभागीय आयुक्त), श्री नमित मेहता (जिला कलेक्टर), श्री राहुल जैन (यूडीए आयुक्त), रिया डाबी (जिला परिषद सीईओ), श्री मुकेश सैनी व अजय चित्तौड़ा (उपवन संरक्षक), श्री हेमेंद्र नागर (यूडीए सचिव), श्री संजीव शर्मा (मुख्य अभियंता), श्री अनित माथुर (अधीक्षण अभियंता), सरपंच मोहनलाल और स्कूली बच्चे आदि।
कार्यक्रम का संचालन श्री राजेंद्र सेन ने किया।
रत्नागिरी पहाड़ी का कायाकल्प: बंजर से हरियाली तक का सफर
कभी यह पहाड़ी पूरी तरह बंजर थी। श्री गुलाबचंद कटारिया के निर्देश और विधायक श्री फूल सिंह मीणा की निगरानी में, यूआईटी ने इसे संवारने का बीड़ा उठाया।
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20 हेक्टेयर क्षेत्र में फैली पहाड़ी से 18 परिवारों को विस्थापित कर संरक्षित बाउंड्री बनाई गई।
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2100 पौधों से शुरुआत कर अब तक कुल 35000 पौधे रोपे गए हैं।
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वॉकिंग ट्रेल, टॉयलेट ब्लॉक, बारादरी और ड्रिप इरिगेशन सिस्टम जैसी सुविधाएं जोड़ी गईं हैं।