फतहसागर फ्लावर शो 2024–25: 24 दिसंबर से शुरू, कलेक्टर ने तैयारियों के दिए निर्देश

उदयपुर के फतहसागर की पाल पर 24 दिसंबर से 4 जनवरी तक फ्लावर शो का आयोजन होगा। जिला कलेक्टर नमित मेहता ने अधिकारियों को व्यवस्थाएँ बेहतर बनाने, CSR सहयोग लेने और लंबे समय तक टिकने वाले पौधों को शामिल करने के निर्देश दिए।

फतहसागर फ्लावर शो 2024–25: 24 दिसंबर से शुरू, कलेक्टर ने तैयारियों के दिए निर्देश

फतहसागर की पाल पर 24 दिसंबर से फ्लावर शो, जिला कलेक्टर ने दिए सख्त निर्देश

उदयपुर, 24 नवंबर।
विश्व प्रसिद्ध फतहसागर झील की पाल इस वर्ष भी रंग-बिरंगी पुष्प प्रदर्शनी (फ्लावर शो) की मेजबानी के लिए तैयार है। 24 दिसंबर से शुरू होकर 4 जनवरी तक चलने वाले इस आयोजन की तैयारियों को लेकर जिला प्रशासन ने काम तेज कर दिया है। सोमवार को जिला कलेक्टर नमित मेहता की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट निवास पर समीक्षा बैठक आयोजित हुई, जिसमें आयोजन की रूपरेखा और जिम्मेदारियों पर विस्तृत चर्चा हुई। 

लेट सिटी की साख के अनुरूप आयोजन के निर्देश

कलेक्टर मेहता ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि फ्लावर शो उदयपुर आने वाले पर्यटकों और स्थानीय नागरिकों को उत्कृष्ट अनुभव प्रदान करे, इसके लिए सभी व्यवस्थाएँ उच्च स्तर की हों। उन्होंने कहा कि प्रदर्शनी में फूलों की विविधता, संख्या और गुणवत्ता सुनिश्चित की जाए ताकि शो आकर्षक और भव्य रूप से नजर आए।

उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि आयोजन को और बेहतर बनाने के लिए सीएसआर (कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी) के अंतर्गत सहयोग लिया जा सकता है। साथ ही शहर के प्रतिष्ठित होटल समूहों को भी साथ जोड़ने पर जोर दिया गया, जिससे आयोजन की भव्यता और सुचारु संचालन में मदद मिल सके।

लंबे समय तक टिकने वाले पौधों को प्राथमिकता

पर्यटन सीजन और शीतकालीन अवकाश को देखते हुए कलेक्टर मेहता ने निर्देश दिया कि प्रदर्शनी में ऐसे पौधों को शामिल किया जाए जिनका जीवनकाल अधिक हो। साथ ही फूलों और पौधों की सुरक्षा के लिए आवश्यक प्रबंध सुनिश्चित किए जाएँ।

बैठक में यूडीए आयुक्त राहुल जैन, नगर निगम आयुक्त अभिषेक खन्ना सहित विभिन्न विभागों और संस्थाओं के प्रतिनिधि मौजूद रहे।


विभागीय प्रगति पर साप्ताहिक समीक्षा भी हुई

इसके साथ ही जिला कलेक्टर ने सोमवार को निवास पर पेयजल, चिकित्सा और बिजली विभाग की साप्ताहिक समीक्षा बैठक भी ली। उन्होंने विभागीय प्रगति की जानकारी लेते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अशोक आदित्य से जिले में मौसमी बीमारियों की रोकथाम के लिए किए जा रहे उपायों और बजट घोषणाओं की स्थिति के बारे में जानकारी ली। इसके अलावा पीएचईडी और बिजली विभाग की कार्य प्रगति की समीक्षा भी की गई।

बैठक में बिजली विभाग के अधीक्षण अभियंता के.आर. मीणा और पीएचईडी के अधिशासी अभियंता ललित कुमार नागोरी उपस्थित रहे।