स्कूल हेल्थ एंड वैलनेस प्रोग्राम के तहत विद्यार्थियों ने लिया नशा मुक्ति का संकल्प | उदयपुर में पदार्थ दुरुपयोग रोकथाम पर सत्र
उदयपुर में स्कूल हेल्थ एंड वैलनेस प्रोग्राम के तहत विद्यार्थियों ने “नशा को ना कहने” का संकल्प लिया। आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत जिले के विद्यालयों में पदार्थ दुरुपयोग की रोकथाम एवं प्रबंधन पर विविध गतिविधियाँ आयोजित की गईं।
स्कूल हेल्थ एंड वैलनेस प्रोग्राम के तहत विद्यार्थियों ने लिया नशा मुक्ति का संकल्प, विविध गतिविधियों से मिला जागरूकता संदेश
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जिलेभर के विद्यालयों में “पदार्थ दुरुपयोग की रोकथाम एवं प्रबंधन” विषय पर आयोजित हुए सत्र, विद्यार्थियों ने किया नशामुक्त समाज का संकल्प
उदयपुर, 28 अक्टूबर।
आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत संचालित स्कूल हेल्थ एंड वैलनेस प्रोग्राम के तहत जिलेभर के राजकीय विद्यालयों में मंगलवार को “पदार्थ के दुरुपयोग की रोकथाम एवं प्रबंधन” विषय पर विशेष सत्र आयोजित किए गए। इस अवसर पर विद्यार्थियों ने सामूहिक रूप से नशा मुक्ति का संकल्प लेते हुए जागरूक समाज के निर्माण का संदेश दिया।

डाइट उदयपुर की प्रधानाचार्य श्रीमती शीला काहाल्या ने बताया कि आरएससीईआरटी उदयपुर के निर्देशन में यह कार्यक्रम जिले के सभी राजकीय उच्च प्राथमिक और उच्च माध्यमिक विद्यालयों में नियमित रूप से संचालित किया जा रहा है। साप्ताहिक कैलेंडर के अनुसार इस सप्ताह का थीम “पदार्थ दुरुपयोग की रोकथाम” रहा, जिसके तहत विभिन्न विद्यालयों में संवाद, नाटिका, समूह गतिविधियाँ और शपथ कार्यक्रम आयोजित हुए।
जिला सह-संयोजक त्रिभुवन चौबीसा ने बताया कि मावली ब्लॉक के राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय फलीचड़ा में हेल्थ एम्बेसडर नेहा पारीक ने हेल्थ मैसेंजर साक्षी, आयुषी, वंदना, गुंजन, अलशिफा एवं अंशु प्रिया के साथ मिलकर एक प्रभावशाली लघु नाटिका प्रस्तुत की। नाटिका के माध्यम से विद्यार्थियों ने नशे की लत से होने वाले शारीरिक, मानसिक और सामाजिक दुष्परिणामों पर प्रकाश डाला।
इसी प्रकार कुराबड़ ब्लॉक के विद्यालयों में दीक्षा औदिच्य और हीरालाल शर्मा, गिर्वा ब्लॉक की बालिका जावर माइंस विद्यालय में प्रीति आमेटा, ऋषभदेव ब्लॉक के गड़ावत विद्यालय में लाजवंती सेवक, तथा भींडर ब्लॉक के अमरपुरा खालसा विद्यालय में मंजू लोहार ने विद्यार्थियों से संवाद स्थापित कर विषय की महत्ता बताई।
रामनगर और भुवाणा विद्यालयों में समूह गतिविधियाँ आयोजित की गईं, जिनके अंत में छात्रों ने “नशा को ना कहने” की शपथ ली। इसके साथ ही एमजीजीएस वाना, मावली, जोगीवाड़ा, आंबाफला, बालिका फलासिया, उपलवास कुंडाल, चांसदा, महाराज की खेड़ी, विठोली, बडगांव, सालेरकलां, दौलपुरा श्यामपुरा, जगदीश चौक और भूपालपुरा सहित कई विद्यालयों में स्मार्ट बोर्ड और टीवी के माध्यम से शिक्षाप्रद वीडियो दिखाए गए।
कार्यक्रम के अंतर्गत शक्ति दिवस भी मनाया गया, जिसके तहत विद्यालयों में आयरन फोलिक एसिड टैबलेट्स का वितरण कर स्वास्थ्य के प्रति सजगता का संदेश दिया गया।
इस अभियान का उद्देश्य विद्यार्थियों में नशे से दूर रहने की चेतना, मानसिक दृढ़ता, और सकारात्मक जीवनशैली को बढ़ावा देना है ताकि भावी पीढ़ी एक स्वस्थ और नशामुक्त भारत के निर्माण में योगदान दे सके।



