हिरण मगरी सेटेलाइट चिकित्सालय को मिला आधुनिक ऐनेस्थिसिया वर्क स्टेशन, अब संभव होंगे जटिल ऑपरेशन

उदयपुर के हिरण मगरी सेटेलाइट चिकित्सालय में आईडीबीआई बैंक की CSR पहल के तहत ऐनेस्थिसिया वर्क स्टेशन का लोकार्पण किया गया, जिससे अब अस्पताल में जटिल ऑपरेशन और उन्नत इलाज की सुविधाएँ उपलब्ध होंगी।

हिरण मगरी सेटेलाइट चिकित्सालय को मिला आधुनिक ऐनेस्थिसिया वर्क स्टेशन, अब संभव होंगे जटिल ऑपरेशन

हिरण मगरी सेटैलाईट चिकित्सालय को मिला आधुनिक ऐनेस्थिसिया वर्क स्टेशन, अब होंगे जटिल ऑपरेशन

उदयपुर, 20 नवम्बर।
आरएनटी मेडिकल कॉलेज से संबद्ध हिरण मगरी सेटैलाईट चिकित्सालय को गुरुवार को आईडीबीआई बैंक की सीएसआर पहल के तहत अत्याधुनिक ऐनेस्थिसिया वर्क स्टेशन प्राप्त हुआ। इस उपकरण का लोकार्पण उदयपुर ग्रामीण विधायक फूलसिंह मीणा ने किया।

कार्यक्रम में आईडीबीआई बैंक की महाप्रबंधक एवं क्षेत्रीय प्रभारी अंजली चावत, क्षेत्रीय प्रबंधक दिशा त्रिवेदी, शाखा प्रबंधक पूर्णिमा सिन्हा, समाजसेवी देवी लाल सालवी, लोकेश गौड़ और मुकेश शर्मा विशेष अतिथि रूप में उपस्थित रहे। 

चिकित्सालय में आधुनिक सुविधाओं का विस्तार

कार्यक्रम के प्रारंभ में अधीक्षक डॉ. राहुल जैन, उपनियंत्रक डॉ. नरेंद्र देवल, डॉ. अनुज शर्मा, डॉ. संगीता, डॉ. सीमा जैन, नर्सिंग अधीक्षक रतनलाल सोलंकी तथा रमेश आमेटा सहित अन्य अधिकारियों ने अतिथियों का स्वागत किया।

विधायक फूलसिंह मीणा ने घोषणा की कि चिकित्सालय के विकास के लिए एमएलए फंड या डीएमएफटी फंड से और उपकरण व सुविधाएँ उपलब्ध कराई जाएंगी। साथ ही चिकित्सकों और नर्सिंग अधिकारियों के रिक्त पदों पर शीघ्र नियुक्ति किए जाने का भी आश्वासन दिया।

अब संभव होंगे जटिल ऑपरेशन

अधीक्षक डॉ. जैन ने बताया कि नए ऐनेस्थिसिया वर्क स्टेशन के लगने से अस्पताल में अब मरीजों को जनरल एनेस्थीसिया दिया जा सकेगा, जिससे जटिल ऑपरेशन भी शुरू हो सकेंगे।

वर्तमान में चिकित्सालय में –

  • 2 जनरल सर्जन

  • 2 स्त्री एवं प्रसूति विशेषज्ञ

  • 2 अस्थि रोग विशेषज्ञ

तैनात हैं, जिससे गंभीर रोगियों का उपचार अब यहीं संभव हो सकेगा। 

2500–3000 मरीज़ रोज पहुंचते हैं इलाज के लिए

हिरण मगरी उपनगर व आसपास के ग्रामीण एवं जनजातीय इलाकों से बड़ी संख्या में मरीज यहां इलाज कराने आते हैं।

  • प्रतिदिन 2500 से 3000 मरीज आउटडोर में इलाज करवाते हैं

  • 100 बेड की सुविधा उपलब्ध

  • मेडिसिन, सर्जरी, स्त्री एवं प्रसूति, अस्थि रोग, शिशु रोग, रेडियोलॉजी, आयुर्वेद सहित कई विभाग संचालित

चिकित्सालय में प्रतिमाह लगभग

  • 120 से 140 प्रसव

  • 60 ऑपरेशन
    सफलतापूर्वक किए जाते हैं।

हाल ही में अस्पताल को मातृत्व सेवाओं के लिए राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक (QA) के अंतर्गत “लक्ष्य” प्रमाणन भी प्राप्त हुआ है।

अस्पताल प्रशासन के अनुसार शीघ्र ही लेप्रोस्कोपी सर्जरी भी शुरू की जाएगी।

कार्यक्रम का संचालन विनोद पटेल द्वारा किया गया।